स्वांग -शेर से चले बकरी तक पहुंचे

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स्वांग -शेर से चले बकरी तक पहुंचे एक पाठकीय प्रतिक्रिया - यशवंत कोठारी मराठी में मधुकर क्षीरसागर की एक पुस्तक स्वांग पूर्व में देखि थी.स्वांग -एक अध्ययन -हिमांशु द्विवेदी व् नवदीप कौर का भी देखा.स्वांग मध्यप्रदेश का एक लोक नाट्य है जैसे राजस्थान में गवरी लोक नाट्य .यह लोक नाट्य बुन्देल खंड में लोकप्रिय है.वैसे आजकल पुष्पा जिज्जी भी बुन्देल खंडी हास्य व्यंग्य से भरपूर विडीओ दे रहीं हैं,जो काफी प्रभावशाली है.इस तरह के स्वांग हर तरफ है.सब स्वांग कर रहे हैं. स्वांग उपन्यास जल्दी ही अमेज़न से आगया,जल्दी लेने से थोडा महंगा पड़ता है ,लेकिन शुरू का आनंद ही