मैं फिर आऊंगी - 8 - रज्जो का सच

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रज्जो एक दम से शांत होकर बोली, "उस दिन तूने मेरा इलाज करने से मना कर दिया, मैं मन ही मन अपने आप को कोसने लगी कि मैंने एक डॉक्टर को ऐसे भला बुरा क्यों कहा था, पर तूने जब ऑपरेशन के लिए हां कर दी तो मैंने ना जाने तुझे कितनी दुआएं दी, अरे हमारा होता ही कौन है, मां-बाप पैदा होते ही कूड़े में डाल देते है, समाज गाली देता है और मजाक उड़ाता है, तुम ही लोगों की खुशियों में शामिल होकर हम कमाते खाते हैं, लोग हमें समाज का कचरा बताते हैं, अरे समाज का कचरा