पवित्र प्रेम (भाग2)

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"हुज़ूर बात तो कोई न कोई ज़रूर है।आप बताना न चाहे तो कोई बात नही।"नादिरा ऐसी कोई बात नही है।""शहज़ादे मेरे भी दिल है।मैं सब समझती हूँ,"नादिरा बोली,"आप जितना ज्यादा अपने दिल की बात को दबाने का प्रयास करेंगे।वह बात उतनी ही ज्यादा चेहरे से ज़ाहिर होगी।आपके दिल मे मची उथल पुथल को मैने आपके चेहरे पर पढ़ लिया है।फिर भी आप बताना नही चाहते तो कोई बात नही।"नादिरा की बात ने हुमायूं पर जादू सा असर डाला था।हुमायूं ने अपने दिल की बात आखिर बता ही दी थीं।नादिरा में सामने अपने प्रेम का रहस्य खोलते हुए बोला,"नादिरा अब तुम्हें