Pavitra Prem book and story is written by Kishanlal Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pavitra Prem is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
पवित्र प्रेम - Novels
by Kishanlal Sharma
in
Hindi Love Stories
हुमायूं ने आगे बढ़कर आलम खान का स्वागत किया।आदर और सम्मान के साथ उसने आलम खान को राजमहल में पहुंचा दिया।
उसके बाद हुमायूं हाथियों के झुंड की तरफ बढ़ गया।उन हाथियों पर आलम खान के हरम की औरतें सवार थी।इन औरतो को ठहराने के लिए राज महल में अलग व्यवस्था की गई थी।हुमायूं कुछ दूर हटकर खड़ा हो गया।गुलाम औरतो और बांदियों ने कपड़े के पर्दे की आड़ खड़ी कर दी।इस आड़ में हाथियों से एक एक औरते उतारकर राजमहल में पहुंचायी जाने लगी।
सबसे आखिर में एक युवती उतरी।वह हाथी से उतरकर ज्यों ही नीचे आयी त्यों ही हवा का झोंका आया।एक बांदी के हाथ से कपड़ा छूट गया।युवती ने घबराकर नज़रे उठाकर देखा।उससे कुछ दूरी पर खड़े युवक से उसकी आंखें चार हुई।उसने शरमाकर नज़रे नीचे झुका ली।
हुमायूं ने आगे बढ़कर आलम खान का स्वागत किया।आदर और सम्मान के साथ उसने आलम खान को राजमहल में पहुंचा दिया।उसके बाद हुमायूं हाथियों के झुंड की तरफ बढ़ गया।उन हाथियों पर आलम खान के हरम की औरतें सवार ...Read Moreऔरतो को ठहराने के लिए राज महल में अलग व्यवस्था की गई थी।हुमायूं कुछ दूर हटकर खड़ा हो गया।गुलाम औरतो और बांदियों ने कपड़े के पर्दे की आड़ खड़ी कर दी।इस आड़ में हाथियों से एक एक औरते उतारकर राजमहल में पहुंचायी जाने लगी।सबसे आखिर में एक युवती उतरी।वह हाथी से उतरकर ज्यों ही नीचे आयी त्यों ही हवा का
"हुज़ूर बात तो कोई न कोई ज़रूर है।आप बताना न चाहे तो कोई बात नही।"नादिरा ऐसी कोई बात नही है।""शहज़ादे मेरे भी दिल है।मैं सब समझती हूँ,"नादिरा बोली,"आप जितना ज्यादा अपने दिल की बात को दबाने का प्रयास करेंगे।वह ...Read Moreउतनी ही ज्यादा चेहरे से ज़ाहिर होगी।आपके दिल मे मची उथल पुथल को मैने आपके चेहरे पर पढ़ लिया है।फिर भी आप बताना नही चाहते तो कोई बात नही।"नादिरा की बात ने हुमायूं पर जादू सा असर डाला था।हुमायूं ने अपने दिल की बात आखिर बता ही दी थीं।नादिरा में सामने अपने प्रेम का रहस्य खोलते हुए बोला,"नादिरा अब तुम्हें
हुमायूं के दिल मे लगी आग गुलनार को भी सुलगा रही है।वह दौड़ी हुई हुमायु के कक्ष में आयी।भागने की वजह से उसकी सांसे फूल गयी थी।"क्या हुआ नादिरा?इस तरह दौड़ी हुई क्यो आयी हो?कही कुछ?"हुजूर गज़ब हो गया?""कैसा ...Read Moreचोंक कर बोला"कही कुछ गड़बड़ तो नही हो गयी?'"हुज़ूर यह मत पूछो की क्या हुआ है?""पहलियाँ ही बुझाती रहोगी।या कुछ बताओगी भी?""हुज़ूर गुलनार को भी आप से प्यार हो गया है।""सच," नादिरा की बात सुनकर हुमायूं बोला।"सच कह रही हूँ।"और नादिरा ने हुमायूं को सारी बात बता दी।गुलनार के बारे में जानकर हुमायूं की खुशी का ठिकाना नही रहा।हुमायूं अभी