कौन है ख़लनायक - भाग १५

  • 3.4k
  • 3
  • 1.7k

आज रुपाली समझ गई थी कि प्रियांशु उसे प्यार नहीं नफ़रत करता है। उसके पास आज पछतावे के सिवा और कुछ भी नहीं था। रुपाली रोती रही, उसने रोते हुए अजय को फ़ोन लगाया। रुपाली का नंबर देखते से अजय ने फ़ोन उठाया, "हैलो, रुपाली बोलो?" सिसकती हुई रुपाली ने कहा, "हैलो अजय, क्या तुम मुझसे मिलने आ सकते हो, अभी इसी वक़्त?" "हाँ रुपाली, तुम रो क्यों रही हो? पहले चुप हो जाओ, मैं अभी आता हूँ।" कुछ ही देर में अजय वहाँ आ गया। रुपाली की मम्मी को देखते ही उसने कहा, "हैलो आंटी"