परिवर्तन ही संसार का नियम है

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जीवन के संग्राम की महत्वपूर्ण सीढ़ी है परिवर्तन... दोस्तों इस जीवन में वही आगे बढ़ते हैं जो परिवर्तन की प्रक्रिया से भयभीत नहीं होते। वे भली भाँति जानते हैं कि स्थिरता ही जड़ता, नीरसता और निष्क्रियता की जनक है। परिवर्तन ही संसार का नियम है। जो आगे नहीं बढ़ता है, नए अनुभवों का स्वागत नहीं करता है वह अपनी जीवन की ऊर्जा को गँवा बैठता है।हम अपने चारों ओर देखते हैं कि जो कल तक महत्वपूर्ण वस्तुएँ थी आज उनका कोई मूल्य नहीं रहा। यहाँ तक कि कल के प्रसिद्ध लोग आज में भूला दिए जाते हैं। जो इस जीवन