नील इस वक्त हर अंग से खतरनाक तराशा हुआ लग रहा था और नर्मदा ने उससे कुछ कहने से पहले अपनी सारी हिम्मत बटोरी। "आई.... आई एम सॉरी... मैं..." बोलते बोलते नर्मदा के मुंह में शब्द ही अटक गए जब उसने नील की हल्के रंग की शर्ट पर एक लाल धब्बा देखा। "नील तुम्हारा खून बह रहा है," नर्मदा की आवाज में पछतावा साफ झलक रहा था। "आई एम सॉरी।""बस करो, नर्मदा," नील गुर्राया। "मुझे माफ कर दो, मुझे नहीं पता मैं क्या सोच रही थी...." नर्मदा की आंखों से आंसू लुढ़क कर उसके गाल पर आ गए जब उसने