Love by ️️Duty Singham Series 3 - Novels
by Poonam Sharma
in
Hindi Love Stories
पेशेंस एक गुण है, खूबी है, जो एक शिकारी को जरूरत होती है, और वोह उसके पास भरपूर थी। वोह उसमे बहुत अच्छा था जिसमे उसे एक नाम, एक खिताब जीता था, 'द हंटर'। उसकी चतुराई और फुर्तिलेपन के आगे उसका शिकार कहीं भी टिक नही पाता था। इससे पहले की उसके शिकार को कुछ समझ आए की उसके साथ क्या हुआ, उसका काम तो अक्सर खत्म भी हो चुका होता था। एक आलीशान मैंशन के बाहर एक पेड़ की छाया के नीचे वोह खड़ा था। उसके डिस्ट्रैक्शन से कुछ देर पहले तक, उसे यही लग रहा था की वोह
पेशेंस एक गुण है, खूबी है, जो एक शिकारी को जरूरत होती है, और वोह उसके पास भरपूर थी। वोह उसमे बहुत अच्छा था जिसमे उसे एक नाम, एक खिताब जीता था, 'द हंटर'। उसकी चतुराई और फुर्तिलेपन के ...Read Moreउसका शिकार कहीं भी टिक नही पाता था। इससे पहले की उसके शिकार को कुछ समझ आए की उसके साथ क्या हुआ, उसका काम तो अक्सर खत्म भी हो चुका होता था। एक आलीशान मैंशन के बाहर एक पेड़ की छाया के नीचे वोह खड़ा था। उसके डिस्ट्रैक्शन से कुछ देर पहले तक, उसे यही लग रहा था की वोह
उसने अपने सीने की तरफ नज़रे झुका कर देखा उसकी ज्वैलरी ऐसे की ऐसे ही उसके गले में थी। अगर उसे फिरौती के लिए किडनैप किया गया होता तोह अब तक उसकी ज्वैलरी छीन ली गई होती। उसके शरीर ...Read Moreडर से कपकंपी छूट जाए जब उसने दूसरे कारणों के बारे में सोचा की उसको क्यों किडनैप किया गया होगा। कमरे का दरवाज़ा अधखुला हुआ था जहां से उसे किसी की परछाई नज़र आने लगी जिस वजह से वोह ज़ोर ज़ोर से चीखना चाह रही थी। पर उसने अपनी जीभ दबा ली और अपनी सांसे रोक ली। वोह अपनी आंखें
"चेंज!" उस आदमी ने ऐसे ऑर्डर दिया जैसे की उसने उसे पहचाना ही ना हो। "हे, इट्स मी, नर्मदा!" उसे अचानक राहत महसूस होने लगी थी भले ही उस आदमी का एटीट्यूड कुछ और ही था। वोह श्योर थी ...Read Moreवोह आदमी उसके साथ मज़ाक कर रहा है। वोह थोड़ा वाशबेसिन की तरफ झुकी और अपनी उंगलियों को बालों में फेरने लगी। "कौन मेरे साथ यह प्रैंक कर रहा है?" "शट अप एंड चेंज," वोह आदमी गुर्राते हुए बोला। जो राहत वोह महसूस कर रही थी वोह गायब हो गई क्योंकि उस आदमी की आवाज़ में उसे धमकी महसूस हो
नर्मदा ने पाँच में से एक मिनिट तोह अपने मन में चल रहे विचारों को इकट्ठा करने में लगा दिया। उसका शरीर कांप उठा था उसकी छुअन को याद करके जो की उससे उसकी खाल उधेड़ने के लिए धमका ...Read Moreथा। जिस आदमी को वोह इतने सालों पहले जानती थी वोह अब कहीं खो चुका था और एक मॉन्स्टर में बदल चुका था। वोह अभी भी यह नहीं समझ पा रही थी की आखिर उस आदमी ने उसे बंदी क्यों बना रखा है। उसने रैक पर से टॉवल उठाई और उसे काउंटर पर अच्छे से फैला लिया। उसने उन ज्वैलरी
"अभय, तुम दिन भर कहां थे?" देव अपने बड़े भाई का गेस्ट हाउस के लिविंग रूम में, जहां वोह अपने छोटे भाई को ढूंढने के लिए रुके थे, इंतजार कर रहा था। "मैं गांव में गया था उस औरत ...Read Moreढूंढने।" अभय ने निराशा से कहा। "कोई सुराग मिला उस तक पहुँचने के लिए? तुम्हे लगता है, की वोह हमारी मदद करेगी?""येस।"अभय और देव पिछले कुछ हफ्तों से इकलौते सुराग के पीछे भाग रहे थे जो उन के मन में अपने छोटे भाई तक पहुंचने की उम्मीद जगा रहा था। वोह दोनो अपनी खोज के काफी करीब आ चुके थे।
“प्लीज़,” नर्मदा मुस्कुराई और नील की आँखों में उसे कुछ झलका, और गायब भी हो गया इससे पहले की वोह कुछ समझ पाती। वोह उसे लॉबी से बाहर तक फॉलो करती रही। उसे पता नही था की नील उसे ...Read Moreले जा रहा है, पर वोह यह जानती थी की उसके पास बस कुछ ही दिन है जो की उसने नील को फोन पर बात करते सुना था। वोह उम्मीद कर रही थी की नील को मना लेगी की वोह उसे जाने दे। अगर वोह यह जान जाए की नील को उसे किडनैप करने के बदले क्या मिलने वाला है
"नील, गाड़ी रोको... अभी। मुझे भूख लगी है।" नर्मदा ने हाईवे पर एक छोटे से रेस्टोरेंट की तरफ इशारा किया था। इस वक्त देर सुबह का वक्त था, और वोह जगह खाली लग रही थी। नर्मदा उम्मीद कर रही ...Read Moreकी कुछ तोह लोग होंगे वहां आसपास ताकि भागने की कोशिश कर सके, पर उसे कोशिश तोह करनी ही पड़ेगी। "तुम्हे यह जगह पसंद नही आयेगी। तुम्हे खाए हुए एक घंटे से भी कम समय हुआ है," नील ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा। "मुझे भूख लगी है, और मैं जो भी मिलता होगा यहां वोह खा लूंगी...बस गाड़ी रोको," नर्मदा
नील इस वक्त हर अंग से खतरनाक तराशा हुआ लग रहा था और नर्मदा ने उससे कुछ कहने से पहले अपनी सारी हिम्मत बटोरी। "आई.... आई एम सॉरी... मैं..." बोलते बोलते नर्मदा के मुंह में शब्द ही अटक गए ...Read Moreउसने नील की हल्के रंग की शर्ट पर एक लाल धब्बा देखा। "नील तुम्हारा खून बह रहा है," नर्मदा की आवाज में पछतावा साफ झलक रहा था। "आई एम सॉरी।""बस करो, नर्मदा," नील गुर्राया। "मुझे माफ कर दो, मुझे नहीं पता मैं क्या सोच रही थी...." नर्मदा की आंखों से आंसू लुढ़क कर उसके गाल पर आ गए जब उसने
कुछ घंटो की और ड्राइव के बाद, नील ने मेन रोड से गाड़ी उतार कर एक छोटे पतले सड़क पर घुमा ली जहां बड़े बड़े पेड़ लाइन से लगे हुए थे। वोह छाए दार रास्ता उसे कुछ जाना पहचाना ...Read Moreरहा था— उसने याद किया की यह उसके पूर्वजों का गांव है जहां वोह बचपन में गर्मियों में आया करती थी। उसने खिड़की नीचे की ओर अपना चेहरा खिड़की से लगा लिया ताकी ठंडी ताज़ी हवा का आनंद ले सके, अपने बालों पर ताज़गी महसूस कर सके। नर्मदा वहां की स्वच्छ ताज़ी हवा जो की वहां की हरियाली से आ
तकरीबन एक घंटे बाद, नील अपने कंधे की तरफ देख रहा था जब वो गांव से वापिस अपने उस एकांत अंडरग्राउंड बनाए गए कमरे में आ गया था। एक साल पहले उसने यह ठिकाना अपने एक विश्वसनीय इंसान को ...Read Moreसे छुपने के लिए बनवाया था। उसने कभी नही सोचा था की इसे उस तरह इस्तेमाल करेगा जिस तरह वोह अभी कर रहा था। उसे अभी भी खुद पर विश्वास नही हो रहा था की वोह यह काम करने के लिए तैयार हो गया था जैसे ही उसे यह पता चला था की जिसे किडनैप करना है वोह नर्मदा है।
"गुड मॉर्निंग," नर्मदा ने नील को देखते हुए कहा जब नील उसी दिन उस छोटे से किचन में आया। जब नर्मदा उठी तो अपने आप को नील के ऊपर देख कर चौंक गई थी और नील के नोटिस करने ...Read Moreपहले ही झटके से उठ खड़ी हुई थी। नील ने उसे तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई पर उसे थोड़ी देर घूरा जरूर था। "जो भी तुम करने की कोशिश कर रही हो, उसे बंद कर दो।" "क्या?" नर्मदा श्योर नही थी की क्या नील उसे उस को गद्दा समझ कर उस के ऊपर सोने के बारे में बात कर रहा
"कोई रास्ता नही था? तुम किस बारे में बात कर रहे हो?" नर्मदा ने उलझन में अपना सिर हिलाया। "मुझे पता चला था की तुम्हारी जबरदस्ती शादी कराई जा रही है जो तुम नही चाह.....""तो?" नर्मदा फोन लेकर उसे ...Read Moreपर फेंकना चाहती थी। "मैं वोह सब रोकना चाहता था और तुम्हारा ध्यान रखना चाहता था।"जवाब देने से पहले नर्मदा ने नील की तरफ कुछ पल देखा। नील के चेहरे पर अस्पष्ट भाव थे। "ओह.... तो तुम मेरे लिए खुद क्यूं नही आए राज?" "वोह, हंटर से ज्यादा सक्षम और भरोसेमंद कोई नही है।" राज ने कुछ अटकते हुए कहा।
नील ने बालकनी के दरवाज़े पर ज़ोर से हाथ मारा। "खोलो इसे।"“जाओ यहाँ से। आई हेट यू!“नर्मदा ने चौबीस घंटे से कुछ नही खाया हुआ था। और नील को अब उसे जबरदस्ती कुछ खिलाने की जरूरत थी। “मैं यहाँ ...Read Moreकोई प्यार करने के लिए नहीं हूं। यह मेरा काम है जो मैं कर रहा हूं, और उस काम का यह हिस्सा है की मैं तुम्हे वन पीस में डिलीवर कर दूं।”दूसरी तरफ से कोई आवाज़ नही आई, पर कुछ पल बाद बालकनी का स्लाइडर गेट खुला, नर्मदा आई नील पर धाबा बोलने। “क्या सोचते हो तुम मेरे बारे में,
नर्मदा नील को हिचकिचाते हुए उसके फोन का म्यूट बटन को अन म्यूट करते हुए और फिर स्पीकर का बटन ऑन करते हुए देख रही थी। “हाय राज,” नर्मदा ने अपने आप को शांत करते हुए कहा। “नर्मदा, मुझे ...Read Moreआवाज़ सुन कर बहुत खुशी हुई। मैने पहले इसलिए फोन रख दिया था क्योंकि मैं नही चाहता था की तुम मेरी वजह से गुस्सा हो जाओ। अब तुम थोड़ा शांत लग रही हो,” राज ने कहा और उसकी बात सुन कर नर्मदा अपनी पलकों को बार बार झपकाने लगी। “मैं अब ठीक हूं, राज, पर मैं अभी भी गुस्सा हूं।”“ओह
छह साल पहले की यादें उसके ज़हन में ताज़ा हो गई जब उसने पहली बार नील को किस किया था और उसके साथ ही वोह बुरी याद और दर्द भी जो अगले दिन उसके अचानक, बिना एक शब्द कहे, ...Read Moreहो जाने से उसे मिली थी। नर्मदा ने बहुत लंबा सफर तै किया था उस डिप्रेसिंग मोमेंट से, पर उसके दिमाग में पीछे कहीं ना कहीं उस से यह भी कहता था की वोह उसे भूली नहीं है। जो फीलिंग्स दोनो के बीच रही थी उस वक्त वोह कहीं ना कहीं इतने सालों से आज भी जिंदा है, पर नर्मदा
इंजन की गड़गड़ाहट ने उस के दिल को तेज़ धड़का दिया और उस की पुरानी यादें ताज़ा हो गई जब वोह नील के साथ थी, पढ़ाई करते वक्त, प्रोजेक्ट पर काम करते वक्त,— जो की उस की पूरी जिंदगी ...Read Moreसबसे अच्छा समय था। नील ही था जिसने उसे यह दिखाया था की एक दोस्त होने का क्या मतलब होता है, एक दोस्त जिसके साथ आप सबकुछ शेयर कर सकते हो। पर जितनी ज्यादा खुशियां नील ने उसे दी थी, उस से दस गुना ज्यादा उसे दर्द भी दिया था, और वोह एक मोमेंट था जिसमे नर्मदा ने अपनी जिंदगी
“तुम जानती थी, और तुमने कुछ नही कहा, और तुम तब भी मुझसे दोस्ती रखना चाहती थी?“ अब नील की बारी थी सवाल पूछने की। “तुम्हे पहले मेरे सवाल का जवाब देना चाहिए। तुम अचानक क्यूं चले गए थे ...Read Moreतुम्हारा काम खतम होने के बाद भी तुम वहीं अटके हुए थे?“ नर्मदा नील को इतनी आसानी से जाने नही देना चाहती थी। “मैं इतने दिनो तक इसलिए रुका रहा था ताकी कोई मुझ पर शक ना करे।”“बस इतने दिनो तक की तुम मुझे किस कर सको?“ नर्मदा अब उस पर फट पड़ी थी। “फक!“ “ओह हाँ, तुम्हे फ्रस्ट्रेटिंग लगता
“यह मिनी लंदन आई की तरह है, यूरोप का सबसे बड़ा और ऊंचा फेरिस व्हील।” नर्मदा ने हँसते हुए कहा। “मुझे नही पता....पर यह लंदन नही है। मैं कभी भी इंडिया से बाहर नही गया।”“तुम कहां पले बड़े हुए ...Read More“जहाँ तक मुझे याद है, मैं अनाथ आश्रम में ही पला हूं जो चर्च के द्वारा चलाया जाता था, और फिर उसके बाद एक कुत्ते ने मुझे किलर में बदल दिया, और फिर बाद में एक इंसान मेरी जिंदगी में आया जो मेरी जिंदगी में मेरे लिए पिता के ही समान थे। मैं मारना बंद कर दूंगा जब मुझे वोह
“उन्होंने तुमसे क्या काम करवाया था?“ नर्मदा ने अपनी कांपती आवाज़ में पूछा। “जो काम वोह करवाते थे उसमे मैं फिट नहीं होता था जिस दिन वोह लोग हमे उठा कर अपने गोडाउन में ले गए थे, उस दिन ...Read Moreभागने की कोशिश की थी, और जब उन्होंने मुझे पकड़ लिया, तोह मैने उन गुंडों में से एक की गन छीन ली और उसे उसकी जांघ पर गोली मार दी।”नर्मदा ने थूक गटक लिया और अपना हाथ अपने मुंह पर ढक लिया। “तुम मज़ाक कर रहे हो ना।”“नही। मैने ट्रिगर दबाया था, और आज तक, मैं यह नहीं जान पाया
“कौन हो तुम?“ एक खूंखार सी गुर्राने की आवाज़ गूंजी। “मैं यहाँ तुमसे कुछ सवाल पूछने आया हूं।”“तू लॉयर है?“ सलांखो के पीछे से आती आवाज़ में चुनौती थी। “नही।”“क्या तू मुझे यहाँ से बाहर निकालने आया है?““नही।”“तो भाग ...Read Moreसे। मेरे पास तुझे बताने के लिए कुछ नही है।”अभय को उस से ऐसे ही बरताव की उम्मीद थी और वोह इसके लिए तैयार भी था। “मैं तुम्हारे बच्चे के भविष्य को सुरक्षित कर सकता हूं अगर तुम मेरे सवालों के जवाब दो तो।”एक दम शांति छाई रही और अभय जानता था इसका कारण। अभय के लिए आश्चर्य की बात
कमरे में बहुत अंधेरा था जब नर्मदा ने आवाज़ कोई सुन कर अपनी आँखें खोली। उसे कुछ पल लगा यह समझने में की वोह कहां है, और उसे याद था की जब वोह गांव के मेले से वापिस आई ...Read Moreतो सो गई थी। उसे यह पक्का यकीन नही की वोह कब तक सोती रह गई थी क्योंकि वोह काफी देर तक जगी रह गई थी। उसने हाथ फैला कर अपने साइड में बटन छुआ और लाइट जला दी। एक पल के लिए उसकी आँखों में रोशनी से झिलमिला गई और उसे कुछ अजीब सी टूटने की आवाज़ सुनाई दी।
सुबह तक छाई रही शांति की वजह से नर्मदा पागल हुई जा रही थी। नील ने उसे उठाया और उसे फोन दिया क्योंकि वोह इडियट, राज, बात करना चाहता था उससे। वोह नील की आँखों में घूरते हुए राज ...Read Moreस्वीटली बात किए जा रही और उसे शॉपिंग और फिर उसके बाद पार्टी का प्लान बता रही थी। उन्होंने दो दिन पहले ही वोह झोपड़ी वाला घर छोड़ दिया था और होटल में आ कर रह रहे थे। और अब नील उसे होटल से गाड़ी में कहीं ले कर जा रहा था। एक घंटा बीत चुका था, उन्हे गाड़ी में,
“मुझे यह सबसे अच्छा लगा।” नर्मदा होटल के बाथरूम से बाहर निकली थी जिसमे वो एक रात के लिए रुके थे, उसने उनमें से एक ड्रेस पहनी थी जो उसने नाइट आउट के लिए खरीदी थी। नील ने अपनी ...Read Moreअपने फोन से उठा कर उसकी ओर देखा, और नर्मदा ने उसकी सांस अटकते हुए उसे चुपके से देख लिया। वोह मैजेंटा रंग की फ्लोरल ड्रेस में गोल गोल घुमाने लगी, जो की उस पर बहुत जच रही थी। कमर पर जो बेल्टेड स्टिच था उस से उसकी कर्व्स बहुत शानदार दिख रहे थे, और ड्रेस का दीप कलर उसका
नर्मदा उसे गाड़ी में सामान रखते हुए देख रही थी। उसने कभी नही पूछा था की वोह जिस होटल में रुके हैं वोह क्यों खाली कर कर रहे हैं जबकि वोह कल यहाँ से जाने वाले थे। “तुम मुझे ...Read Moreले जा रहे हो?““क्लब।” नील ने दो टुक जवाब दिया। “कौन से?“ नर्मदा ने भी उसी की टोन में जवाब दिया। “इस से कुछ फर्क पड़ता है?“नर्मदा अभी बात आगे बढ़ाने की स्तिथि में नही थी इसलिए उसने यह बहस यहीं छोड़ दी। दोनो गाड़ी में चुपचाप बैठे हुए थे। पूरे रास्ते दोनो में से किसी ने कुछ नही कहा
नर्मदा अभी भी होश में नहीं थी, लेकिन वह नील की मौजूदगी महसूस कर पा रही थी—गाड़ी में भी और घर के अंदर ले जाते हुए भी। उसने अपनी आंखें खोली जब उसे महसूस हुआ कि उसे बेड पर ...Read Moreगया है। उसने उसके चारों ओर बाहें फैलाकर उसके सीने से लग कर रोना शुरू कर दिया। “नर्मदा, कोई बात नही। तुम यहाँ सेफ हो।” नील ने प्यार से उसकी पीठ थपथपाई। “वोह बास्टर्ड....“ नर्मदा बोलते बोलते रुक गई जब नील ने उसे चुप कराया। “मैं हूं ना यहाँ,” नील ने उसे आश्वस्त किया। “नील, उस जानवर ने मुझे बहुत
बिस्तर पर बेडशीट सॉफ्ट थी उसमे गरमाहट थी पर जिस इंसान ने रात को उसे इग्नाइट किया था उसके अंदर आग जलाई थी उस तक वोह पहुँच नही पा रही थी। नर्मदा ने अपनी आँखें खोली तो वो एक ...Read Moreकमरे में थी। उसे कुछ पल लगा यह याद करने में की नील ने कल रात कहा था की वोह उसे दोस्त के घर पर हैं। वोह उठ कर बैड पर बैठ गई और अपने कपड़े ढूंढने लगी जब उसने यह महसूस किया की वोह बेडशीट में बिना कपड़ो के सो रही थी। उसने उस बेडशीट को अपने चारों ओर
देव आईसीयू के अंदर आया और रायडू की तरफ देखने लगा। अब रायडू के चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क नही लगा हुआ था। कुछ हफ्ते गुज़र चुके थे जब उसने यह कबूला था की राणा जिंदा है और फिर वापिस ...Read Moreहो गया था। अनिका और सबिता वहीं बैड के पास खड़ी थी और देव का इंतजार कर रही थी। देव ने अनिका को ओर देखा। “क्या यह बात कर सकता है?“अनिका सिर हिला दिया। देव ने अभय का फोन नंबर डायल कर दिया और फोन स्पीकर पर लगा दिया। अभय ने ही उसे रायडू से बात करने भेजा था जबकि
“नील, यह किसका घर है?“ नर्मदा शावर लेने और कंफर्टेबल कपड़े पहनने के बाद लिविंग रूम में आई। नील ने अपनी नज़रे अपने फोन से उठा कर उसकी ओर देखा जब नर्मदा उसके पास आई। वोह डाइनिंग टेबल पर ...Read Moreथा और उसने अपना फोन साइड में रख दिया क्योंकि नर्मदा ने पीछे से आ कर उसके गले में बाहें डाल दी थी और नीचे उसे देखने लगी थी। नील ने धीरे से उसकी कमर पर अपनी बाहें फैला दी, नर्मदा की आँखें उसे ही देख रही थी। “मेरे दोस्त का घर है।”“ओह...““आराम से रहो, हम कुछ दिन यहाँ से
“चार साल, मेरी जिंदगी के सबसे खूबसूरत समय था। फाइनली मेरी फैमिली थी क्योंकि डीआईजी ने मुझे एडॉप्ट कर लिया था और अपने साथ अपने घर ले गए थे। उन्होंने घर में ही मेरे लिए टीचर अप्वाइंट कर लिया ...Read Moreजो मुझे घर में ही स्कूल की सारी पढ़ाई कराए और जब मुझे लग को अब सब ठीक हो गया है.... उस फकिंग बास्टर्ड ने उन्हे मार दिया। उसने उन्हे मेरी वजह से मार दिया।” नील के जबड़े भींच गए। नर्मदा झिझकते हुए नील के करीब आई और अपनी बाहें उस पर फैला दी। उसका गुस्सा नील के दर्द के
“हंटर,” उसी दिन बाद में नील ने फोन पर कहा। उसने पूरा दिन नर्मदा के साथ उसी घर में बिताया था पर उसने एक बार भी उसकी आँखों में नही देखा था। एक गहरी जलन महसूस होती थी उसको ...Read Moreसीने में जब भी वोह उसकी सवाल पूछती आँखो में देखता था। “हे, इट्स जोए।” एक जानी पहचानी आवाज़ उसे अपने कान में फोन पर दूसरी साइड से सुनाई पड़ी। “जोए, क्या काम है?““तुम ठीक हो?“ उस आदमी की आवाज़ सॉफ्ट थी जो की नील को उस इंसान को याद दिला रहा था जिस इंसान ने उसे परिवार का एहसास
“यह देव सिंघम कौन है?“नर्मदा को अचंभा हुआ की नील उस इंसान के बारे में पूछ रहा है जिस से लगभग एक महीने भर पहले रिश्ता जोड़ने के लिए जबरदस्ती की जा रही थी। उसने अपनी उत्सुकता को छुपाते ...Read Moreपूछा, “तुम क्यों जानना चाहते हो?““यह सिंघम्स कौन है?“ नील ने कर्कश आवाज़ में पूछा। जवाब देने से पहले नर्मदा उसे काफी देर तक देखती रही। “अगर मैं तुम्हे सिंघमस के बारे में बताऊं तो तुम मुझे क्या दोगे?““कुछ भी नही,” नील दहाड़ा। “ठीक है, मैं नही बताऊंगी।” नर्मदा नील की तरफ से पलटी और फ्रूट ट्रे से सेब उठा
“मेरे साथ ही रहो, स्वीटहार्ट, नही तो तुम खो जाओगे।” एक औरत बड़े ही प्यार से उस बच्चे को देख रही थी। “ओके, मम्मा।”“यह मंदिर सुंदर है ना, राणा?““यह बहुत बड़ा है, क्या यह सारे लोग यहीं रहते हैं?“वोह ...Read Moreउस बच्चे की मासूमियत पर मुस्कुरा गाए। “यह यहाँ भगवान से मिलने आए हैं।”“मुझे भी भगवान से मिलना है, अभी।”“तुम्हे डैडी का इंतज़ार करना होगा, वोह अभी अपने दोस्तों से बात कर रहे हैं।”वोह बच्चा अपने पापा को इधर उधर देखने लगा और उसे वोह थोड़ी दूरी पर बैठे दिखाई दिए किसी के साथ गहरी बातचीत करते हुए। “मैं अभी
अभय ने अपना फोन बजते हुए सुना जब अभी भी अंधेरा था। वोह हड़बड़ा कर जल्दी से अपने फोन तक पहुँचा और देखा की कॉल देव का था। “देव सब ठीक है?““हाँ, मुझे माफ करना मैने तुम्हे इतनी जल्दी ...Read Moreदिया। हमे बस अभी अभी इमेजिंग पर एक क्लू मिला है।” देव बहुत एक्साइटेड था। “क्या हमे वोह मिल गया?““अभय, कंप्यूटर के हिसाब से वोह वोही है। मैने तुम्हे वीडियो क्लिप भेजा है। अभय हड़बड़ा कर बैड से उठ गया और जल्दी से अपना कंप्यूटर देखने लगा। उसने कई बार अपनी पलके झपकाई जब तक वोह वीडियो क्लिप डाउनलोड हो