सात फेरे हम तेरे - भाग 16

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फिर दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर सभी तैयारियां करने लगी क्योंकि आज रात की फ्लाइट थी। माया को एक अनचाहा सा डर बना हुआ था पर नैना उसको हौसला अफजाई करते थकती नहीं थी। नाश्ते के समय अतुल और बिमल भी आ गए। माया ने पुरी और आलू दम बनाया था। माया ने कहा तुम लोग घर का ख्याल रखना आते रहना एक चाबी हमेशा की तरह तुम लोगों के पास रहेगी। बिमल ने कहा हां दीदी आप बेफिक्र होकर जाइए।हम है ना। नैना ने कहा हां मुझे विश्वास है कि निलेश के दोस्त भाई से बढ़ कर है।। माया