इस जन्म के उस पार - 7

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( कहानी को समझने के लिए आगे के पाठ अवश्य पढ़े )सुबह सूर्यांश की आंख जल्दी खुल जाती है। वो अपनी बाहो मे आराम से सोइ हुई नंदिनी को देखता है.उसके चेहरे पर प्यारी मुस्कान आ जाती है। वो नंदिनी के सर पर प्यार से किस करता है तो नंदिनी की आँखे खुल जाती है.. वो मुस्कुरा के, "गुड मॉर्निंग..!!love.!!"सूर्यांश भी उसे देख,"गुड मॉर्निंग. माय ब्यूटीफुल.!!"नंदिनी उठ जाती है. सूर्यांश भी उठ के बैठ जाता है..!!नंदिनी उसे प्यार से देख, "सूर्या..!!"सूर्यांश उसके बाल को सही करते हुए , "हम्म.!!"नंदिनी उसका हाथ थाम, "तुम दादू से बात करो हमारी शादी के