498A ke shikari by Khushi Saifi in Hindi Short Stories PDF

498A के शिकारी

by Khushi Saifi Matrubharti Verified in Hindi Short Stories

सलोनी आपे से बाहर हो रही थी। मिसिज़ जोशी आगे बढ़ कर उसे रोकती उससे पहले ही उसने आग पर लाल होती करछी को अपनी कलाई पर लगा दिया। “आह ह ह..” सलोनी दर्द की वजह से ज़ोर से चिल्लाई। “सलोनी..” ...Read More