गरिमा एक ऐसी लड़की है जो बचपन से ही कृत्रिमता का विरोध करती रही है। उसने कभी भी आभूषणों या सौंदर्य प्रसाधनों की जरूरत महसूस नहीं की। उसके पिता ने उसे बताया था कि चूड़ियाँ और पायल महिलाओं के मानसिक विकास में बाधा डालती हैं। विवाह के बाद, गरिमा को चूड़ियाँ पहनने के लिए मजबूर किया गया, जिससे वह असहज महसूस करने लगी। उसने अपने पिता से पूछा कि चूड़ियाँ पहनना क्यों जरूरी है, खासकर जब वे काम करने में बाधा डालती हैं। उसकी माँ ने उसे बताया था कि चूड़ियाँ टूटना अशुभ होता है और इसकी संख्या निश्चित होती है। गरिमा ने अपने पिता से इस पर सवाल किया, जो उसे समझाते हैं कि ये सब रूढ़िवादी धारणाएँ हैं। वे कहते हैं कि चूड़ियाँ केवल सुहाग का प्रतीक हैं, रक्षक नहीं। वे यह भी बताते हैं कि वैवाहिक जीवन की लंबी उम्र के लिए एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना और समस्याओं को मिलकर सुलझाना ज्यादा महत्वपूर्ण है। गरिमा अपने पिता की बातों से खुश होती है और अपनी सोच को सही मानती है। दहलीज़ के पार - 8 by Dr kavita Tyagi in Hindi Fiction Stories 11.6k 5.8k Downloads 13k Views Writen by Dr kavita Tyagi Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description अपने बचपन से ही गरिमा की प्रकृति कृत्रिमता के विरुद्ध थी। अपने सौन्दर्य मे वृद्धि करने के लिए आभूषणो अथवा कृत्रिम सौन्दर्य—प्रसाधनो की आवश्यकता का अनुभव उसने कभी नही किया। वह बहुत छोटी थी, जब उसके पिता ने उसे समझाया था कि हाथो मे चूड़ी और पैरो मे पायल लड़कियो मानसिक विकास की स्वतन्त्र गति को उसी प्रकार अवरुद्ध कर देती है, जिस प्रकार हाथो मे हथकड़ी और पैरो मे पड़ी बेड़िया शरीर की स्वतन्त्र गति मे बाधा उत्पन्न कर देती है। Novels दहलीज़ के पार उस दिन गरिमा अपने विद्यालय से लौटकर घर पहुँची, तो उसकी माँ एक पड़ोसिन महिला के साथ दरवाजे पर खड़ी हुई बाते कर रही थी। गरिमा जानती थी कि वह महिला, जो उसक... More Likes This DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 by Anipayadav वाह साहब ! - 1 by Yogesh patil मेनका - भाग 1 by Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 by S Sinha RAJA KI AATMA - 1 by NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी by इशरत हिदायत ख़ान राख की शपथ: पुनर्जन्मी राक्षसी - पाठ 1 by Arianshika More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories