कहानी "दहलीज़ के पार" में श्रुति नाम की एक लड़की की कठिनाइयों का वर्णन है, जो अपने गाँव के पारंपरिक विचारों के खिलाफ लड़ रही है। गाँव के कुछ लोग स्त्रियों की शिक्षा और अधिकारों के प्रति नकारात्मक हैं और श्रुति की स्वतंत्रता को लेकर चिंतित हैं। श्रुति को उसकी माँ का समर्थन मिल रहा है, जिससे वह अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो रही है। समाज में बदलाव की कोशिशें हो रही हैं, कुछ लोग रूढ़ियों को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि कई लोग पुरानी परंपराओं पर टिके हुए हैं। श्रुति ने बारहवीं कक्षा पास कर ली है, वहीं गरिमा नाम की एक अन्य महिला ने स्नातक शिक्षा प्राप्त की है और अपने बेटे के भविष्य को लेकर सपने देख रही है। गरिमा को उसकी दोस्त प्रभा से प्रेरणा मिल रही है, जिससे वह अपने लक्ष्यों को पाने के लिए प्रयासरत है। हालांकि, गरिमा को घर की चारदीवारी में रहकर अपने सपनों को साकार करने में कठिनाई हो रही है, लेकिन उसके पिता के घर पर उसे उन्मुक्तता मिलती है, जहाँ वह अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश करती है। कहानी में शिक्षा, अधिकार और सामाजिक मान्यताओं के बीच संघर्ष को दर्शाया गया है। दहलीज़ के पार - 16 by Dr kavita Tyagi in Hindi Fiction Stories 17 3.8k Downloads 11.2k Views Writen by Dr kavita Tyagi Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description गाँव के कुछ लोग, जो स्त्रियो की शिक्षा तथा उनके अधिकारो के प्रति नकारात्मक सोच रखते थे, श्रुति उनकी आँखो की किरकिरी बन चुकी थी। इसीलिए वे कई बार श्रुति के कार्य—व्यवहारो की शिकायत उसके पिता तथा भाइयो से कर चुके थे कि वह गाँव—समाज का वातावरण बिगाड़ रही है, उसे देख—देखकर गाँव की अन्य लड़कियाँ भी नियत्रणहीन होकर स्वेच्छाचारी होती जा रही है। परन्तु, श्रुति को निरन्तर उसकी माँ का समर्थन आर्शीवाद के रूप मे प्राप्त हो रहा था, इसलिए उसके भाई निशान्त और प्रशान्त उसके किसी भी कार्य—व्यवहार पर प्रतिबन्ध नही लगा सके थे, जबकि बड़ा भाई आशुतोष तटस्थ था। वह न तो श्रुति की शिक्षा के विरुद्ध अपने भाईयो की दमनकारी नीतियो का समर्थन करता था, न ही किसी भी स्त्री की स्वेच्छाचारिता के पक्ष मे था। Novels दहलीज़ के पार उस दिन गरिमा अपने विद्यालय से लौटकर घर पहुँची, तो उसकी माँ एक पड़ोसिन महिला के साथ दरवाजे पर खड़ी हुई बाते कर रही थी। गरिमा जानती थी कि वह महिला, जो उसक... More Likes This शोहरत की कीमत - 1 by बैरागी दिलीप दास रंग है रवाभाई ! by Chaudhary Viral बाजी किस ने प्यार की जीती या हारी - 1 by S Sinha समुंद्र के उस पार - 1 by Neha kariyaal जग्या लॉस्ट हिज़ वीरा - भाग 2 by Jagmal Dhanda इश्क की लाइब्रेरी। - 1 by Maya Hanchate फोकटिया - 1 by DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories