कहानी "उलझते धागे" में एक महिला ट्रेन के इंतज़ार में बैठी होती है। उसी समय एक गरीब बच्चा खिड़की के बाहर से खाने की गुहार करता है। उसकी दयनीय स्थिति और भूख देखकर महिला का दिल द्रवित होता है, लेकिन उसका पति उसे बच्चे को भीख न देने की सख्त सलाह देता है। पति का तर्क है कि भीख देकर वे बच्चों को भिखारी बनने के लिए प्रेरित करते हैं। महिला इस बात से सहमत होती है, लेकिन बच्चे की उदास आँखें उसे परेशान करती हैं। कहानी आगे बढ़ती है, जहाँ महिला बच्चे को देखकर उसकी ज़िन्दगी की कठिनाईयों का आभास करती है। वह प्लेटफॉर्म पर अन्य लोगों की भीड़ और उनकी परेशानियों का दृश्य देखती है। वहीं, एक माँ अपने बच्चे को दूध पिला रही है और पास में एक पुरुष अश्लील हंसी के साथ स्थिति का मजाक बना रहा है। यह दृश्य सामाजिक विषमताओं और मानवीय संवेदनाओं का चित्रण करता है, जहाँ एक ओर तर्क और नैतिकता हैं, वहीं दूसरी ओर वास्तविकता की कठोरता है। उलझते धागे by Asha Pandey Author in Hindi Moral Stories 8 1.1k Downloads 5.3k Views Writen by Asha Pandey Author Category Moral Stories Read Full Story Download on Mobile Description ट्रेन छूटने में पन्द्रह मिनट का समय अब भी बाकी है। मैं खिड़की की ओर पीठ टिकाकर बैठी हूँ। ‘‘आ ऽ ई – ओ ऽ ऽ आई, दो ऽ न ऽ ऽ कुछ खाने को‘‘ कहते हुए किसी ने मेरी पीठ को हल्के से ठोंक दिया। मैं चौकन्नी होकर सीधी बैठ गई। खिड़की के उस पार से एक बच्चा उचक-उचक कर खाने के लिए कुछ माँग रहा है। सात-आठ साल की उम्र होगी इसकी। शरीर पर कपड़े के नाम पर बस एक फटा नेकर है। बाल बेतरतीब ढंग से बढ़े हुए तथा गन्दे हैं। पेट इतना पिचका हुआ है कि पसलियों की हड्डियों को भी आसानी से गिना जा सकता है । चेहरे पर धूल मिट्टी नाक थूक का अजीब मिश्रण, जिसे देखकर उबकाई आ जाये। More Likes This जिंदगी के रंग - 1 by Raman रुह... - भाग 8 by Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 by Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 by julfikar khan घात - भाग 1 by नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 by Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 by Neelam Kulshreshtha More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories