aasmani gulaab by Pratap Singh in Hindi Love Stories PDF

आसमानी गुलाब

by Pratap Singh in Hindi Love Stories

"न जाने... हम फिर मिल पाएंगे भी या नहीं!" जन्नत कमल के गले लग रोते हुए बोली।"तुम एक बार, हाँ..कह कर तो देखो जन्नत..! मैं तुम्हारे लिए सारी दुनिया से लड़ जाऊंगा।" कमल रोती हुई जन्नत के ...Read More