Himmat-a-marda by सतविन्द्र कुमार राणा बाल in Hindi Short Stories PDF

हिम्मत-ए-मर्दा

by सतविन्द्र कुमार राणा बाल in Hindi Short Stories

"शादी को सात दिन हो गए हैं। लेकिन कायदे से हमारी सुहागरात अभी तक नहीं हुई।"आज शायद उसका पति कुछ ठान कर ही आया था।पर उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं।उसने पहली रातों की तरह ही सोने का बहाना ...Read More