Trikhandita - 6 by Ranjana Jaiswal in Hindi Women Focused PDF

त्रिखंडिता - 6

by Ranjana Jaiswal Matrubharti Verified in Hindi Women Focused

त्रिखंडिता 6 खूबसूरत गुनाह अनामा को ऐसा लग रहा था जैसे उसके प्राण निकल जायेंगे। जैसे वह चिता पर लेटी हुई है या फिर नरक की आग में जल रही है। इतनी जलन- इतनी तड़प- इतनी बेचैनी......उफ, रह-रहकर सीने ...Read More