Pinjare ki Chidiya by Yayawargi (Divangi Joshi) in Hindi Poems PDF

पिंजरे कि चिड़िया

by Yayawargi (Divangi Joshi) Matrubharti Verified in Hindi Poems

पाऊं मे जंजीर आज भी है जिसका नाम संस्कार हैये हमारी कोई सुरक्षा नहींये उनका अंहकार हैबेमतलबी सवाल तेरे जवाब बने बहस मेरे बोलना बना बदतमीजीऐसी एक चिड़िया कि कहानी"मुंह चलना बंध कर ।चुप होजा ख़तम करतू नादान है ...Read More