Reign-Throne--Part(20) by Saroj Verma in Hindi Classic Stories PDF

राज-सिंहासन--भाग(२०)

by Saroj Verma Matrubharti Verified in Hindi Classic Stories

प्रातःकाल हुई,वृक्षों पर पंक्षियों का कलरव आरम्भ हो चुका था एवं सूर्य भी अपनी लालिमा सम्पूर्ण जगत में प्रसारित कर रहा था,तभी सहस्त्रबाहु की निंद्रा टूटी,उसने सभी को भी जगाने का प्रयास किया,शीघ्र ही सब निंद्रा को त्यागकर जाग ...Read More