Raj-Throne--Part(21) by Saroj Verma in Hindi Classic Stories PDF

राज-सिंहासन--भाग(२१)

by Saroj Verma Matrubharti Verified in Hindi Classic Stories

बसन्तसेना को पूर्णतः हर्षवर्धन पर विश्वास हो चला था,उसने मन में सोचा कि हर्षवर्धन ने मेरे लिए अपनी धर्मपत्नी को त्याग दिया,इसका तात्पर्य है कि वो मरी प्रसन्नता हेतु कठिन से कठिन कार्य को भी पूर्ण कर सकता है,अब ...Read More