Me and my feelings - 67 by Darshita Babubhai Shah in Hindi Poems PDF

में और मेरे अहसास - 67

by Darshita Babubhai Shah Matrubharti Verified in Hindi Poems

1.प्यार की कहानी कोई समझ ना पाया lहुश्न की जवानी कोई समझ ना पाया ll अश्क आँखों के कभी न दिखाई दिये llदिल की जुबानी कोई समझ ना पाया ll सखी उम्रभर शरारे दिल में सुलगते रहे lअधूरी जिंदगानी ...Read More