अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 5

by Pradeep Shrivastava Matrubharti Verified in Hindi Fiction Stories

प्रदीप श्रीवास्तव भाग 5 मैं भी हंसा तो वह आगे बोली, 'जो भी हो, अपने मजे के लिए उन बेचारों को परेशान करना अच्छा नहीं था. दोनों ही बहुत ही शर्मीले हैं. मुझे दूध पिलाते देख उलटे पाँव लौट ...Read More