Yadon ke karwan me - 8 by Dr Yogendra Kumar Pandey in Hindi Poems PDF

यादों के कारवां में - भाग 8

by Dr Yogendra Kumar Pandey Matrubharti Verified in Hindi Poems

24 साथी मेरे एकांत के एकांत के पल में रात छत पर, मन अंबर में उमड़ते-घुमड़ते हैं विचारों के बादल और बनने वाली अनेक भूरी,मटमैली,काली,धुंधली,सफेद आकृतियों में चित्रपट से उभरते हैं दृश्य अनेक, रात्रि में अंबर के चंद्र को ...Read More