falling dusk by कुमार किशन कीर्ति in Hindi Moral Stories PDF

ढ़लती शाम

by कुमार किशन कीर्ति in Hindi Moral Stories

भीखू ठेले पर चूड़ियां और अन्य सिंगार के सामान भेजता था।घर पर पत्नी और बूढ़े माँ-बाप थे।शादी को चार साल हो गए थे,मगर घर में बच्चों की किलकारी नहीं गूंजी थी।कई जगह मिन्नतें भीखू और उसकी पत्नी सविता मांग ...Read More