Chirag ka Zahar - 19 by Ibne Safi in Hindi Detective stories PDF

चिराग का ज़हर - 19

by Ibne Safi Matrubharti Verified in Hindi Detective stories

(19) उसे विदा करके विनोद उसी मनहूस कमरे में आया और दरवाजा अन्दर से बन्द कर लिया। यहाँ के पूरे मैक्नोज्म को वह पहले ही देख और समझ चुका था। तहखाना भी देख डाला था । तहखाना बहुत बड़ा ...Read More