Kavyajeet - 1 by Kavya Soni in Hindi Poems PDF

काव्यजीत - 1

by Kavya Soni in Hindi Poems

खबर नहीं शायद तुम्हेतेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहेखबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार केबिखर रहे हैतुम्हे अहसास नहीं बहुत कुछ बदल रहा हैरहते थे जिस अंदाज हम पहलेशायद मौसम वो बदल रहा हैहोकर बेपरवाह ...Read More