kavyajeet - 4 by Kavya Soni in Hindi Poems PDF

काव्यजीत - 4

by Kavya Soni in Hindi Poems

1.वो बातें कुछ खास थीउन रातों में कुछ तो बात थीअजनबी से हम दोस्त बनेकुछ अलग वो बरसात थीदिल की बात कह ना सके तुमसेदुर तुम भी तो राह ना सके हमसेएक अरमान है अधूरा सापर तुमसे इश्क है ...Read More