Kavyajeet - 5 by Kavya Soni in Hindi Poems PDF

काव्यजीत - 5

by Kavya Soni in Hindi Poems

1.एक ख्वाबों का जहां सजा कर दिल मेंसंग तेरे मै आईचाहतों की हसीन दुनिया भीथी मैने सजाईक्यों तुमने मुहब्बत मेरी बिसराईबिखरे ख़्वाब जब मिलीरुसवाईये दर्द की कहानी कैसे लफ्जों में बयां होगीहमने तो न कभी सोचाये खुशियां हमसे यूं ...Read More