बरसात की वो काली रात - Novels
by सिद्धार्थ रंजन श्रीवास्तव
in
Hindi Horror Stories
अविनाश जब घर से निकला था तो उसे इस बात का ज़रा भी अंदाजा नहीं था की मौसम इस कदर बिगड़ जायेगा और ऐसा तूफान आ जायेगा की उसकी ज़िन्दगी पूरी तरह बदल जाएगी।
04 जुलाई 2021 का दिन यूँ ...Read Moreसुहाना था, सुबह से आसमान बिलकुल साफ था और सूर्य देव खुश यूँ चमक रहे थे मानो आज कई दिनों बाद खूब रगड़ के नहा के आये हो। 10 बजे तक गर्मी इतनी बढ़ चुकी थी की घर से बाहर निकलना मुश्किल था, अविनाश को आज ही अपने मामा के घर जाना था क्यूंकि कल उनके घर में शादी थी। चूंकि अविनाश के मामा का घर उसके शहर से मात्र 200 किलोमीटर की दूरी पर था तो अविनाश ने अपनी बाइक से जाने का निर्णय किया था। अविनाश की माँ चाहती थी की अविनाश कल सुबह उसके और अविनाश के दूसरे मामा के साथ ही चले लेकिन अविनाश थोड़ा पहले जाके एन्जॉय करना चाहता था और अपनी माँ को कहता है कि आप सुबह मामा के साथ ही गाड़ी से आना मैं आज ही बाइक से निकल जाऊंगा। गर्मी ज्यादा होने की वजह से अविनाश की माँ ने कहा की शाम को निकल जाना क्यूंकि आज धूप बहुत तेज़ है। अविनाश भी इस बात से सहमत हो गया।
अविनाश जब घर से निकला था तो उसे इस बात का ज़रा भी अंदाजा नहीं था की मौसम इस कदर बिगड़ जायेगा और ऐसा तूफान आ जायेगा की उसकी ज़िन्दगी पूरी तरह बदल जाएगी। 04 जुलाई 2021 का दिन ...Read Moreतो सुहाना था, सुबह से आसमान बिलकुल साफ था और सूर्य देव खुश यूँ चमक रहे थे मानो आज कई दिनों बाद खूब रगड़ के नहा के आये हो। 10 बजे तक गर्मी इतनी बढ़ चुकी थी की घर से बाहर निकलना मुश्किल था, अविनाश को आज ही अपने मामा के घर जाना था क्यूंकि कल उनके घर में शादी