उजाले की ओर ---संस्मरण

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उजाले की ओर ---संस्मरण ------------------------- स्नेही साथियों सस्नेह नमस्कार हमारी दुनिया इतने भिन्न प्रकार ले लोगों से भरी पड़ी है | कोई पैसे से अमीर है तो दिल से गरीब ! कोई दिल से अमीर है तो पैसे से मार खा जाता है | मित्रों ! आप सब यह भली प्रकार जानते हैं ,अनुभव करते हैं कि पेट से बड़ी कोई समस्या नहीं | हाँ जी ,ठीक पढ़ रहे हैं आप मैं पेट ही कह रही हूँ जिसमें दाना यानि अन्न न पड़े तो शरीर काम ही नहीं करता | बताइए,कैसी मुसीबत है कि पेट में