उजाले की ओर –संस्मरण

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---------------- नमस्कार स्नेही मित्रों कहा गया है कि जिस दिन हम इस धरती पर जन्म लेते हैं, अपने लौटने का दिन निश्चित करवाकर आते हैं। वैसे तो आजकल की ज़िंदगी के बारे में कुछ पता नहीं चलता। कभी कुछ भी हो जाता है। लेकिन यदि हमने जीवन के 50/60/70 वर्ष पार कर लिए है तो अब लौटने की तैयारी प्रारंभ करें....इससे पहले कि देर हो जाये...इससे पहले कि सब किया धरा निरर्थक हो जाये.....। लौटना क्यों है?, लौटना कहाँ है? लौटना कैसे है? इसे जानने, समझने एवं लौटने का निर्णय लेने के लिए आइये टॉलस्टाय की मशहूर कहानी आज आपके