१८) लोगों की बढ़ती मुहूर्त और न्यूमरोलॉजिस्ट पर निर्भरता पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि किस्मत बदलने के लिए हमें कर्म करने चाहिए। सही कार्य, पौष्टिक भोजन और जिम्मेदारियों को पूरा करने से जीवन में संतोष और सफलता प्राप्त होती है। १९) सबसे ईमानदार प्रार्थना वह है जिसमें हम भगवान से कुछ नहीं मांगते, बल्कि जीवन के लिए आभार व्यक्त करते हैं। हमें अपने जीवन को ईमानदारी से जीना चाहिए और भगवान के साथ एक सच्चा रिश्ता स्थापित करना चाहिए। २०) राजनीति और खेल पर बिना जानकारी के बोलने की आदत पर टिप्पणी करते हुए बताया गया है कि भारतीय बिना ज्ञान के बहस करते हैं। ज्ञान स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए, और इससे नई जानकारियों की खोज और सम्मान दोनों बढ़ते हैं। २१) अमेरिका में राजधानी के चयन में तीसरे नंबर के शहर को प्राथमिकता देने के निर्णय से विकास में संतुलन बना। इससे तीन शहरों ने एक साथ विकास की दौड़ में बढ़त हासिल की। फ्यू -फाइन्ड इटर्निटी विदिन - क्योंकि लाइफ की ऐसी की तैसी न हो - भाग-4 by Sanjay V Shah in Hindi Motivational Stories 3 2k Downloads 5.8k Views Writen by Sanjay V Shah Category Motivational Stories Read Full Story Download on Mobile Description १८) जितनी उंगलियाँ, उतनी अंगूठियाँ। घर से निकले तो मुहूर्त देखना, किसी भी काम को प्रारम्भ करने के लिए खुद पर नहीं, न्यूमरोलॉजिस्ट पर ज़्यादा भरोसा रखना। लोगों को ये क्या हो गया है? किस्मत टटोलने, खोलने, बदलने वाले शास्त्र अपनी जगह पर हैं और किस्मत बदलने के लिए कर्मप्रवृत्त होना दूसरी बात है। वैसे देखें तो कौन-सी अंगूठी पहनें, या पहले दायाँ कदम उठाएँ या बायाँ, ये पूछने का कष्ट उठाना भी तो कर्म ही है। कर्म करेंगे तो कम त्रस्त होंगे। किस्मत की क्लीनिंग कर सकने वाली कई लॉन्ड्री भगवान ने नहीं बनाई है। सफल, सुखी और संतुष्ट Novels फ्यू -फाइन्ड इटर्निटी विदिन फ्यू -फाइन्ड इटर्निटी विदिन A collection of liveable thoughts © Sanjay V. Shah प्रथम संस्करण जनवरी, 2019 मूल्य 80.00 डिजाइन, प्रकाशक मांगर... More Likes This जादुई मुंदरी - 1 by Darkness दस महाविद्या साधना - 1 by Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 by Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 by DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग by Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) by DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 by Neeraj Sharma More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories