कहानी "कहाँ गईं तुम नैना (7)" में जमुना प्रसाद चंडीगढ़ जा रहा था, जब उसे अपने विश्वासपात्र से फोन आया कि नैना ने धमकियों के बावजूद हार नहीं मानी और बसंत नाम का व्यक्ति उसकी जासूसी कर रहा है। जमुना ने समझ लिया कि बसंत वास्तव में शिवप्रसाद है और उसने तुरंत फार्म हाउस की ओर गाड़ी मोड़ी। फार्म हाउस में, बसंत सबूतों को एक पेन ड्राइव में डालने के बाद नैना के पास जाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसे बाहर शोर सुनाई दिया और उसे एहसास हुआ कि जमुना को उसकी सच्चाई का पता लग गया है। उसने पेन ड्राइव अपनी जैकेट में छिपा ली और भागने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने उसे ट्यूबवेल के पास ले जाकर बुरी तरह पीटा और जमुना को फोन करके उसकी मौत का आदेश दे दिया। बदमाशों ने उसे मरा हुआ समझकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। हालांकि, एक गांव का आदमी उसे जीवित पाकर अस्पताल ले गया। चार दिन बाद जब बसंत होश में आया, तो उसने अपनी कहानी सुनाई। आदित्य को बसंत पर सहानुभूति हुई, लेकिन उसे यह संदेह हुआ कि बदमाशों को कुछ नहीं मिला, जबकि बसंत ने कहा था कि उसने पेन ड्राइव अपने जैकेट में रखी थी। यह बात आदित्य के लिए चिंता का विषय बन गई। कहाँ गईं तुम नैना - 7 by Ashish Kumar Trivedi in Hindi Moral Stories 34 6.8k Downloads 13k Views Writen by Ashish Kumar Trivedi Category Moral Stories Read Full Story Download on Mobile Description कहाँ गईं तुम नैना (7)जमुना प्रसाद चंडीगढ़ जा रहा था। रास्ते में उसके पास उसके एक विश्वासपात्र आदमी का फोन आया। फोन पर उसने बताया कि धमकी दिलाने के बाद भी नैना बाज़ नहीं आई है। उसने जमुना प्रसाद की जासूसी के लिए बसंत नाम के एक आदमी को लगा रखा है। बसंत को उसके फार्म हाउस के पास वाली बस्ती में देखा गया है। यह खबर सुनते ही जमुना प्रसाद का दिमाग तेजी से चलने लगा। वह समझ गया कि शिवप्रसाद ही बसंत है। उसने फौरन गाड़ी फार्म हाउस की तरफ मोड़ने को Novels कहाँ गईं तुम नैना एक गलतफहमी के कारण आदित्य और नैना अलग हो गए। लेकिन यह अलगाव भी उनके प्यार को कम नहीं कर सका। इसीलिए जब आदित्य को नैना के अचानक गायब हो जाने का पता चला... More Likes This रुह... - भाग 8 by Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 by Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 by julfikar khan घात - भाग 1 by नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 by Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 by Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 by suhail ansari More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories