कहानी "बड़ी दीदी" में माधवी का जीवन एक नए मोड़ पर आ जाता है जब उसके भाई शिवचन्द्र का घर अब उसकी पत्नी के नियंत्रण में है। माधवी को उस घर में अब सम्मान तो मिलता है, लेकिन उसका अधिकार समाप्त हो चुका है। पहले वह घर की स्वामिनी थी, लेकिन अब उसे अपनी स्थिति का एहसास है और वह नई बहू की अनुमतियों के बिना कोई काम नहीं कर सकती। शिवचन्द्र और उसकी पत्नी के प्रति माधवी का आदर बना है, लेकिन वह अपनी असहमति और दुःख को चुपचाप सहन करती है। एक दिन, माधवी शिवचन्द्र से कहती है कि वह ससुराल जाना चाहती है, जबकि शिवचन्द्र उसे समझाने की कोशिश करता है कि वहाँ कोई नहीं है और उसे कष्ट होगा। लेकिन माधवी अपनी ससुराल जाने की इच्छा को स्पष्ट करती है, यह दर्शाते हुए कि वह अपने जीवन में स्वतंत्रता और एक नया स्थान खोज रही है। शिवचन्द्र उसकी चिंता करता है और पूछता है कि क्यों वह वहाँ जाना चाहती है। कहानी में माधवी की मानसिक स्थिति और परिवार में उसकी बदलती भूमिका को दर्शाया गया है, जहाँ वह एक ओर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करती है, वहीं दूसरी ओर समाज के नियमों और पारिवारिक संबंधों के दबाव का सामना करती है। बड़ी दीदी - 7 by Sarat Chandra Chattopadhyay in Hindi Moral Stories 13.2k 9.3k Downloads 17.4k Views Writen by Sarat Chandra Chattopadhyay Category Moral Stories Read Full Story Download on Mobile Description कलकत्ता के मकान में अब ब्रज बाबूु के स्थान पर शिवचन्द्र मालिक है और माधवी के स्थान परक अब नई बहू धर की मालिक है। माधवी अब भी वहीं है। भाई शिवचन्द्र स्नेह और आदर करता है लेकिन अब माधवी का वहां रहने को जी नहीं चाहता। घर के दास, दासी, मुंशी, गुमाशते अब भी बड़ी दीदी कहते हैं, लेकिन सभी जानते है कि सन्दूक की चाबी अब किसी और के हाथ में चली गई है, लेकिन यह बात नहीं कि शिवचन्द्र की पत्नी किसी बात में माधवी का निरादर या अवज्ञा करती है, फिर भी वह ऐसा भाव प्रकट करने लगती है जिससे माधवी अच्छी तरह समझ ले कि अब बिंना इस नई स्त्री की अनुमति और परामर्श के उसे कोई काम नहीं करना चाहिए। Novels बड़ी दीदी इस धरती पर एक विशिष्ट प्रकार के लोग भी वसते है। यह फूस की आग की तरह होते हैं। वह झट से जल उठते हैं और फिर चटपट बुझ जाते हैं। व्यक्तियों के पीठे हर समय... More Likes This देवर्षि नारद की महान गाथाएं - 1 by Anshu पवित्र बहु - 1 by archana ज़िंदगी की खोज - 1 by Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 by archana सुकून - भाग 1 by Sunita आरव और सूरज by Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 by Vedant Kana More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories