Suljhe Ansuljhe - 2 by Pragati Gupta in Hindi Moral Stories PDF

सुलझे...अनसुलझे - 2

by Pragati Gupta Matrubharti Verified in Hindi Moral Stories

सुलझे...अनसुलझे अंधी-दौड़ ------------- मैं उसको पिछले पच्चीस-तीस मिनट से एकटक गुमसुम दीवार की घड़ी को लगातार ताकते हुए देख रही थी। करीब-करीब सत्रह-अठारह वर्ष की उसकी उम्र होगी। उसकी आँखों में मुझे बहुत बेचैनी नज़र आ रही थी। बीच ...Read More