Prem ke rang by Rajeev kumar in Hindi Love Stories PDF

प्रेम के रंग

by Rajeev kumar in Hindi Love Stories

तुफान थम चूका था और बरसात के बाद आकाश साफ हो चुका था। मौसम सुहाना हो गया था। पत्तों पर जमी जल की बुंदें, नीचले पत्तों पर गिर कर टप-टप की आवाज पैदा कर रही थी।बरसात के कारण पेड़ ...Read More