Tum door chale jana - 9 by Sharovan in Hindi Love Stories PDF

तुम दूर चले जाना - 9

by Sharovan Matrubharti Verified in Hindi Love Stories

किरण इस बार प्रसन्न ही नहीं, बल्कि सन्तुष्ट भी थी। इस समय उसे ज़माने के किसी भी दुख की परवाह नहीं थी। लगता था कि जैसे वह अपना पिछला सारा अतीत भूल गयी थी। इस समय उसका मन-मस्तिष्क, दोनों ...Read More