Guldasta - 6 by Madhavi Marathe in Hindi Poems PDF

गुलदस्ता - 6    

by Madhavi Marathe Matrubharti Verified in Hindi Poems

३१ साँझ की बेला में रात की रानी का सुगंध आया आँगन के कोने में महकती उसकी छाया सुगंध से जुडी यादों का सिलसिला भी छलछलाता गया तू आकर चला गया था हमेशा के लिये कर दिया पराया उस ...Read More