इस कहानी में न्यूमरोलॉजी, ग्रहों और राशियों के बीच संबंध का वर्णन किया गया है। कहा गया है कि सभी मूल अंकों (1 से 9) का ग्रहों के साथ वही संबंध है जो बारह राशियों का होता है। व्यक्ति जन्म से लेकर जीवन के अंत तक ग्रहों के प्रभाव में रहता है, और उसकी जन्म तिथि, समय और स्थान ग्रहों के साथ खगोलीय गणना के आधार पर जुड़े होते हैं। ग्रहों का परिचय देते हुए बताया गया है कि हमारे सौर मंडल में आठ ग्रह हैं: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेप्चून, साथ ही तीन बौने ग्रह भी हैं। प्राचीन खगोलज्ञों ने तारे और ग्रहों के बीच अंतर किया और ग्रहों को 'गति करने वाले' पिंडों के रूप में पहचाना। ज्योतिषियों का कहना है कि ग्रहों की ऊर्जा व्यक्ति के भाग्य से जुड़कर उसकी जीवन यात्रा पर प्रभाव डालती है। मनुष्य अपनी ऊर्जा को ग्रहों और उनके स्वामी देवताओं के साथ संयमित करके संतुलित कर सकता है। अंत में, मंत्रों के उच्चारण द्वारा भी इन ग्रहों की ऊर्जा का प्रभाव अनुभव किया जा सकता है। नंबर बोले, किस्मत खोले - 2 by Astrovision in Hindi Spiritual Stories 10 2.7k Downloads 7.5k Views Writen by Astrovision Category Spiritual Stories Read Full Story Download on Mobile Description सभी मूल अंकों 1,2,3,4,5,6,7,8 और 9 का सभी ग्रहों से ठीक वैसा ही संबंध है, जैसा कि बारह राशियों के साथ होता है। ग्रहों की चर्चा किये बगैर किसी भी तरह के ज्यातिषीय प्रभाव की गणना नहीं की जा सकती है। व्यक्ति जन्म से लेकर पूरे जीवन काल के दौरान ग्रहों के प्रभाव में बना रहता है। इसकी चाल और एक-दूसरे पर प्रभाव की दशा में व्यक्ति अपनी क्षमता और ऊर्जा को अर्जित करता है। किसी भी व्यक्ति के जन्म की तारीख, समय और स्थान के सीधा संबंध उन ग्रहों के साथ सीधे तौर पर खगोलिय गणना के अधार पर बन जाता है। उसके बाद जैसे-जैसे ग्रहों का परिभ्रमण होता है वैसे-वैसे व्यक्ति अपने ऊपर उन ग्रहों के प्रभाव को महसूस करता है। इसके आकलन के लिए ज्यातिष में राशियों से निकाला जाता है, तो एक अन्य तरीका अंक ज्योतिष में भी है। इसे समझने से पहले आइए पहले जानते हैं कि ग्रहों की चाल और दिशा कैसी होती है। नोट: इस ई—बुक को पढ़ने से पहले पहला भाग भी अवश्य पढ़ें। Novels नंबर बोले, किस्मत खोले आज के डिजिटल दौर की दुनिया में मेाबाइल नंबर से लेकर घर का नंबर, बैंक खाता नंबर, एटीएम पीनकोड नंबर, गाड़ी नंबर, बस नंबर, ट्रेन नंबर का महत्व बढ़ गया है।... More Likes This छावां - भाग 1 by Little Angle मुक्त - भाग 1 by Neeraj Sharma महाभारत की कहानी - भाग 1 by Ashoke Ghosh बुजुर्गो का आशिष - 3 by Ashish स्पंदन - 1 by Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 by Renu चैनल की डिश वाला भूत by Aariz Billan More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories