Mahila Purusho me takraav kyo ? - 84 books and stories free download online pdf in Hindi

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 84

उस आदमी ने बड़ी चतुराई से कस्तुरी के कहे का उत्तर दे दिया । कस्तुरी का पति पूरण ने हाथ जोड़कर उस आदमी से कहा ..भाई जी आप बात को आगे मत बढाओ.. कस्तुरी ने आपका लिहाज ही तो किया है ..लेकिन आप बार बार बड़ी सफाई से कोई ताना मारे जा रहे हो .. थोड़ी देर मे अभय आजायेगा मै उसे आपके पास भेज दूंगा .. अभी आप आये हो तो चाय पीकर ही जाओ ..हमारी बहु केतकी चाय बहुत अच्छी बनाती है । उस आदमी को कोई फर्क नही पड़ा , उसने कहा .. चाय तो हमारी बहु भी अच्छी ही बनाती है .. अपनी गर्दन झटक कर ..चलो भाई ..चलो ..यहां आकर गलती करदी । तभी ..एक युवक ने कहा ..काका आप जाइए.. आप हमेशा राई का पहाड़ बना देते हो .. पहले आप अपने खुदके घर वालों को ठीक कर लो.. आपके बेटा बहु तो आपका लिहाज नही करते आपके खुदके घर वाले तो आपकी कही नही सुनते ओर पंचायती दूसरो के घरो मे आकर करने लग जाते हो .. वह आदमी उस युवक की ओर देखकर बोला ..तेरी जुबान बहुत चलने लगी है .. यह कहकर घर से बाहर निकल गया .. उस युवक ने फिर कहा ..आप बड़े ही जब बेमतलब की बाते करेंगे तो छोटों की भी जुबान चलेगी ही..कब तक हम बर्दाश्त करेंगे .. पूरे मोहल्ले का माहौल खराब कर रखा है ..
उसी युवक ने अब बाकि लोगों को भी कहा अब आप लोग भी जाइए.. ऐसा कहने के बाद सभी एक के पीछे एक घर से बाहर चले जाते हैं । पूरण उस युवक से कहता है ..बेटा तू एक टेम्पो लेकर आजा .. तेरी काकी को डाक्टर को दिखाकर आना है .. ठीक है काका अभी जाता हूँ .. कस्तुरी को देखकर काकी आप चिंता ना करियो..मै आपके साथ चला जाऊंगा, तुम्हे मैं दिखाकर ले आऊंगा ..ऐसा कहकर युवक चला गया ।

उधर पुलिस की जिप्सी अभय को लेकर थाने पहुंचती है । थाने की इंचार्ज एक महिला बाहर आती हुई मुस्कुराकर अभय से कहती है .. हेलो मिस्टर अभय ! अभय उसे देखकर आश्चर्य से अरे आप ? थाना इंचार्ज ने कहा क्यों ? झटका लगा न ? चलो अंदर बैठकर बात करते हैं .. वह केतकी की दोस्त कजरी की बहिन बदली थी जिसने कुछ दिन पहले ही थाने का प्रभार संभाला था । उसकी केतकी से बात तो होती रहती थी । केतकी को पता था वह पुलिस मे भर्ती होगयी है किन्तु पोस्टिंग उसकी यहां होगयी है यह पता नही था । अभय ने पूछा आप घर ही आजाती यहां से 15 किलोमीटर की दूरी पर ही है ...बदली ने कहा सॉरी जीजू मै आते ही मेरा इलाका देखने चली गयी ..फिर एक रेल्वे पुलिस से एक जांच पड़ताल का काम आगया। अभय ने कहा ..फिर मुझे किस लिए बुलाया है .. जीजू आप जिस डिब्बे थे उसमे एक डेड बॉडी मिली है .. उसका किसी ने कत्ल कर दिया है .. बस इंक्वायरी करने के लिए बुलाया है । आपके डिब्बे से आपकी युनिट की पर्ची मिली थी जिसमे आपका नाम लिखा है .. अभय ने कहा क्या मै देख सकता हूँ ..क्यों नही ..बदली ने वह पर्ची अभय की ओर बढा दी .. वह पर्ची ट्रांजिट कैंप की थी जिसमे नाम युनिट इन आउट यूनिट नंबर लिखा था ।
अभय ने कहा तो मुझे किस लिए बुलाया सिर्फ पर्ची मिली इस लिए... नही जीजू ...