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My Shayari Book By Roshan baiplawat

दर्द इमोशनल शायरी और गजल

ना फूलों की दुकान होती
ना इश्क होता
तेरी चाहत में यार मैं यूं ना बर्बाद होता
दिया था वह फूल भी किताब में सूख गया
तेरी याद आई तो तुझे गजलों में लिख...

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इतिहास से छेड़छाड़. By Mini Kumari

निषेधमात्रवाद क्या है?
“निषेधमात्रवाद का मतलब है—मानवता के खिलाफ ऐतिहासिक अपराधों को नकारना। यह ज्ञात तथ्यों की पुनर्व्याख्या नहीं है, बल्कि ज्ञात तथ्यों को पूरी तरह से नकारना है।...

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ડાયમંડ્સ By Tr. Mrs. Snehal Jani

શું થયું? ચોંકી ગયા નામ વાંચીને? તમને શું લાગ્યું કે આ મેથ્સ ટીચર સ્નેહલ ક્યાં હવે ડાયમંડ્સ પાછળ મહેનત કરે છે? પણ તમે ધારો છો એવું નથી. સાચુ કહું તો મને હીરો સાચો છે કે ખોટો એ ય પા...

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हनुमान शतक- समीक्षा एवं पद्य By Ram Bharose Mishra

हनुमान शतक सवैया कविता और दोहों में रचा गया 100 छंदों का ग्रंथ है। जो महा कवि करुणेश "द्वारका" द्वारा सम्वत 2012 के वैशाख माह की तृतीया तिथि रविवार को रचे गए छंदों का संकलन...

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हनुमत पचासा - परिचय व समीक्षा By Ram Bharose Mishra

'हनुमत पचासा' मान कवि कृत 50 कवित्त का संग्रह है। जो लगभग 256 वर्ष ( 256 वर्ष इसलिए क्योकि यह संस्करण अप्रैल 71 में छपा था तब उन्होंने उसे 200 वर्ष पूर्व कहा था तो 71 से...

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हरिसिंह हरीश की कुछ और रचनाएं व समीक्षा By राज बोहरे

दर्द की सीढ़ियां (ग़ज़ल संग्रह)

हरि सिंह हरीश अपनी युवावस्था के समय से ही लिखने के प्रति बड़े समर्पित रहे हैं। वह कहते थे कि जब वह छठवें क्लास में पढ़ रहे थे तो होमवर्क की कॉपिय...

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हरिसिंह हरीश की कविताएं व समीक्षा By राज बोहरे

मेरा खत न मिलने पर 1

हरिसिंह 'हरीश' :

परिचय

: 1 अगस्त, 1935 (दतिया म.प्र.)

शिक्षा

: एम.ए. (हिन्दी) तक ग्वालियर जीवाजी विश्वविद्यालय से ।

मानद

: विद्या...

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पुस्तक समीक्षा By Yashvant Kothari

पागल खाना पर पाठकीय प्रतिक्रिया याने समय का एक नपुंसक विद्रोह यशवंत कोठारी राजकमल ने ज्ञान चतुर्वेदी का पागलखाना छापा है.२७१ पन्नों का ५९५रु. का उपन्या...

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पुस्तक महोत्सव मराठी By Mahendra Sharma

रॉबर्ट टी. कियोसाकी यांनी रिच डॅड पुअर डॅड रॉबर्ट टी. कियोसाकी यांनी लिहिलेले 'रिच डॅड पुअर डॅड' हे वैयक्तिक वित्तविषयक अभिजात पुस्तक आहे, जे लेखकाच्या जीवनातील दोन वडिला...

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ఆమె (అమ్మ) తో అందరు By SriNiharika

హీరోయిన్; భారతి , మా అమ్మ వయసు 38. (మంచి తొక్కిచుకునే వయసు)హీరో; మా నాన్న, మా తాత ,మా నాన్నస్నేహితులు,నా స్కూల్ ప్రిన్సిపాల్ సైన్స్ టీచర్ , అపార్టుమెట్ సెక్రటరీ …..మీరు…ఎవరైనాసరే (...

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My Shayari Book By Roshan baiplawat

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ना इश्क होता
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तेरी याद आई तो तुझे गजलों में लिख...

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निषेधमात्रवाद क्या है?
“निषेधमात्रवाद का मतलब है—मानवता के खिलाफ ऐतिहासिक अपराधों को नकारना। यह ज्ञात तथ्यों की पुनर्व्याख्या नहीं है, बल्कि ज्ञात तथ्यों को पूरी तरह से नकारना है।...

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શું થયું? ચોંકી ગયા નામ વાંચીને? તમને શું લાગ્યું કે આ મેથ્સ ટીચર સ્નેહલ ક્યાં હવે ડાયમંડ્સ પાછળ મહેનત કરે છે? પણ તમે ધારો છો એવું નથી. સાચુ કહું તો મને હીરો સાચો છે કે ખોટો એ ય પા...

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हनुमान शतक सवैया कविता और दोहों में रचा गया 100 छंदों का ग्रंथ है। जो महा कवि करुणेश "द्वारका" द्वारा सम्वत 2012 के वैशाख माह की तृतीया तिथि रविवार को रचे गए छंदों का संकलन...

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मानद

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पागल खाना पर पाठकीय प्रतिक्रिया याने समय का एक नपुंसक विद्रोह यशवंत कोठारी राजकमल ने ज्ञान चतुर्वेदी का पागलखाना छापा है.२७१ पन्नों का ५९५रु. का उपन्या...

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