यह कहानी एक व्यक्ति के बचपन की यादों और उसके एक खास मित्र के साथ रिश्ते के बारे में है। वह व्यक्ति प्रसिद्ध चित्रकार देवकीनंदन शर्मा के घर जाता था और उनके चित्र बनाने की कला को बहुत पसंद करता था। देवकीनंदन के चार पुत्र थे, जिनमें से एक उसके निकट मित्र था। यह मित्र सरल और लगाव रखने वाला था, और दोनों की उम्र में काफी अंतर होते हुए भी उनकी सोच और मानसिकता में सामंजस्य था। वे दोनों मिलकर भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते थे और ग्रामीण युवाओं के प्रति सहानुभूति रखते थे, जो परिवार की जिम्मेदारियों के कारण संघर्ष कर रहे थे। वे शादी न करने का विचार रखते थे, मानते थे कि शादी के बाद व्यक्ति अपने परिवार के लिए ही सिमट जाता है और अन्य रिश्तों की उपेक्षा करता है। कहानी में उनके बीच की दोस्ती और विचारों की गहराई का चित्रण किया गया है, जिसमें सामाजिक मुद्दों पर चर्चा और आपसी बहस शामिल हैं। यह दोस्ती और साझा विचारधारा उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। प्रकृति मैम - इसी दरख़्त की एक और डाली by Prabodh Kumar Govil in Hindi Biography 3 2.7k Downloads 7.1k Views Writen by Prabodh Kumar Govil Category Biography Read Full Story Download on Mobile Description 5.इसी दरख़्त की एक और डालीबचपन से ही चित्रकला से लगाव होने के चलते मैं विख्यात चित्रकार देवकीनंदन शर्मा के आवास पर कभी - कभी जाता था। मुझे उनको चित्र बनाते देखना अच्छा लगता था। उनका बारीक ब्रश किसी भी काग़ज़ के नक्षत्र बदल देता था।उनका सबसे बड़ा पुत्र भी नामी चित्रकार था। दूसरा पुत्र डॉक्टर बनने की राह पर था,जो क्षेत्र कभी मेरे आकर्षण का भी केंद्र रहा था। उनका तीसरा पुत्र मेरा हमउम्र होने से मेरा आत्मीय मित्र था।वह स्वभाव से बहुत सरल तथा लगाव रखने वाला लड़का था। उनका चौथा पुत्र भी मुझसे बहुत लगाव रखता था। Novels प्रकृति मैम अरे सर, रुटना रुटना ...अविनाश दौड़ता-चिल्लाता आया। -क्या हुआ? मैं पीछे देख कर चौंका। -सर, टन्सेसन मिलेडा। -अरे कन्सेशन ऐसे नहीं मिलता। मैंने लापरवाह... More Likes This महाराणा सांगा - दो शब्द by Praveen Kumrawat टीपू सुल्तान - 1 by Sonu Rj श्री बप्पा रावल श्रृंखला - खण्ड-दो by The Bappa Rawal नेताजी की गुप्त फाइलें - भाग 2 by Shailesh verma श्री बप्पा रावल - 1 - तथ्यात्मक विश्लेषण by The Bappa Rawal नेपोलियन बोनापार्ट - विश्वविख्यात योद्धा एवं राजनीतिज्ञ - भाग 1 by Anarchy Short Story महाराजा रणजीत सिंह - परिचय by Sudhir Sisaudiya More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories