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  • શ્રદ્ધા કે અંધશ્રદ્ધા

    જાગુ હજી રાતના 11:00 વાગે બસ સ્ટેન્ડે ઉતરી હતી. આમ તો એણે રસ્તામાં જ પપ્પાને ફોન...

  • पांडव

    पांडव महाभारत के वे पाँच प्रसिद्ध वीर योद्धा थे, जिन्हें महाराज पांडु और कुंती क...

  • ક્ષત્રિયને ના છંછેડો.

    મહાભારતના યુદ્ધમાં અંદાજે ૬૦ લાખ નવયુવાન ક્ષત્રિય યોદ્ધાઓ હતા.આ યુદ્ધ ૧૮ દિવસ ચા...

Krishna - The Protector of Dharma - 4 By Suresh Trivedi

4) Krishna's Vision Krishna could not sleep well that night. He was changing his sleeping positions irritably again and again, but was not able to make himself comfortable. Rukaman...

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इंद्रप्रस्थ - 1 By Shakti

इंद्रप्रस्थ राजकुमार अर्जुन इस समय अपना धनुष हाथ में लिए सजग मुद्रा में खड़ा था। अर्जुन को सूचना मिली थी कि खांडवप्रस्थ के इस भयंकर वन में रक्षा नाग दैत्य और डाकू रहते हैं। आज अर्ज...

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શ્રી તુલસીકૃત રામાયણ - ભાગ 3 By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

પોતાની રચેલ કવિતા સાવ ફિકી હોય કે સરસ હોય તો પણ કોને સારી નથી લાગતી? જે પારકી રચના સાંભળતા ખુશ થાય એવા ઉત્તમ પુરુષો જગતમાં વધુ નથી રહ્યા. જગતમાં નદીઓ અને સરવરોની જેવા ઘણા મનુષ્યો હ...

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शिवराय सर्वांचेच आराध्य? By Ankush Shingade

शिवाजी महाराज हे धर्मनिरपेक्षतेचे प्रतिक *अलिकडील काळात शिवाजी महाराजांना हिंदूंचे राजे म्हणून गौरविण्यात येते. तसंच त्यांचा हिंदूंचा राजा म्हणून गौरव करण्यात येतो आणि हिंदू मुस्ली...

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पन्हाळा किल्ला एक ऐतिहासिक साक्षीचा नमुना By Ankush Shingade

पन्हाळा किल्ला ; एका ऐतिहासिक साक्षीचा ठेवा अलिकडील काळात किल्ल्याला महत्व नसल्याचे जाणवते. त्याचं कारण आहे किल्ल्याची आजच्या काळात होत असलेली दुरावस्था. आपण जेव्हा जेव्हा किल्ला प...

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શ્રીમદ ભાગવત પુરાણ By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

જેમના સર્વો કર્મો દૂર થયા હતા, જેમનો યોગ્ય પવિત્ર સંસ્કાર થયો ન હતો, એવા સુખદેવજી જ્યારે સર્વનો ત્યાગ કરી ચાલી નીકળ્યા, ત્યારે પુત્ર નો વિરોહ દુઃખ પામેલા શ્રી વેદ વ્યાસજીએ તેમને રો...

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रूरू - प्रमद्वरा By Balkrishna Rane

रूरू - प्रमद्वरा एक पौराणिक प्रेमकथाभाग-१त्या निबिड अरण्यात एक ऋषीं निर्भयपणे वाट चालत होता.त्याच्या हाती एक लांब व दणकट असा दंड होता. गोरा वर्ण...रंद छाती...बलिष्ट शरीर... धारदार...

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नागपूरचे ते पवित्र आत्म्ये - भाग 2 By Ankush Shingade

ते पवित्र आत्म्ये भाग दोन गणेश विचारत होता त्यांना नागपूरच्या कहाण्या. त्यातच विचारत होता त्या राजांचे शौर्य. त्यात त्या सर्व पवित्र आत्म्यांनी सांगीतलं होतं की मानवासारखं ते जात व...

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ઊર્મિલા (રામાયણ આધારિત) By ભૂપેન પટેલ અજ્ઞાત

રામાયણ આધારિત છે મર્યાદા પુરુષોત્તમ રામના વનવાસ પર, ભરત અને રામના મિલન પર, સીતાના હરણ પર, લક્ષ્મણના ભાતૃભાવ પર, કૈકયીના વરદાન પર, દશરથનો પુત્ર વિયોગ પર, મા કૌશલ્યાના ત્યાગ પર,હનુમા...

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रानी श्रीगणेशदेईजी By Renu

काशीवाले महाराज श्रीअनिरुद्धसिंहजी (करैया-दतिया) महान् धर्मात्मा थे। इनकी रानी का नाम विजयकुँवरि था। ये भी भगवद्भक्ता एवं पतिव्रता थीं। निरन्तर धर्माचरण-परोपकार के फलस्वरूप वि० संव...

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श्री धर्मराज By Renu

भगवान् सूर्य की पत्नी संज्ञा से आपका प्रादुर्भाव हुआ है। आप कल्पान्त तक संयमनीपुरी में रहकर जीवों को उनके कर्मानुसार शुभाशुभ फल का विधान करते रहते हैं। ये पुण्यात्मा लोगों को धर्मर...

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राजा बलि By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥(सुन्दर कुल में जन्म, अच्छे कर्म, युवावस्था, सुन्दर रूप, अर्थकरी विद्या, बड़ा भारी ऐश्वर्य, विपुल धन...

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भगीरथजी By Renu

इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ही भगीरथ नाम से विख्यात हुए। उनके पूर्वपुरुषों ने कपिल की क्रोधाग्नि से भस्मीभूत सगर पुत्रों का उद्धार करने के लिये गंगाजी को लाने की बड़ी चेष...

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શ્રદ્ધા કે અંધશ્રદ્ધા By Dr Bharti Koria

જાગુ હજી રાતના 11:00 વાગે બસ સ્ટેન્ડે ઉતરી હતી. આમ તો એણે રસ્તામાં જ પપ્પાને ફોન કરી દીધો હતો કે 15 મિનિટમાં એ પહોંચે છે. જેવું બસ સ્ટેન્ડ આવ્યો કે એકદમ ખુશ ખુશ થઈ ગઈ. "હાલો પપ્પા...

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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 10 By Kishanlal Sharma

"नही साधु महाराज हम रास्ता नही भटके है"रास्ता नही भटके तो इस जंगल मे कोमल शरीर के बालक नंगे पैर क्यो भटक रहे हैं।"हम रास्ता नही भटके है?"फिर इस जंगल मे क्या कर रहे हैं?"हम किसी की...

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महाराज सगर By Renu

इक्ष्वाकुवंश में राजा हरिश्चन्द्र नाम के चक्रवर्ती सम्राट् थे। उनके पुत्र का नाम रोहित था। रोहित से हरित का और हरित से चम्प का जन्म हुआ, जिसने चम्पापुरी बसायी। चम्प का सुदेव, सुदेव...

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भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 7 By Renu

जब जब होइ धरम कै हानी। बाढहिं असुर अधम अभिमानी॥ करहिं अनीति जाई नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी॥ तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा॥ असुर मारि थापहिं सुरन...

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स्वायम्भुव मनु By Renu

सृष्टि के प्रारम्भ में जब ब्रह्मा ने सनकादि पुत्रों को उत्पन्न किया और वे निवृत्ति परायण हो गये तब इन्हें बड़ा क्षोभ हुआ। इस क्षोभ के कारण ब्रह्मा रजोगुण और तमोगुण से अभिभूत हो गये...

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उलूपी By Renu

उलूपी ऐरावत वंश के कौरव्य नामक नाग की कन्या थी। इस नाग कन्या का विवाह एक बाग़ से हुआ था। इसके पति को गरुड़ ने मारकर खा लिया, जिससे यह विधवा हो गयी थी।एक बार अर्जुन, जो प्रतिज्ञा भं...

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कीचक By Renu

कीचक महाभारत में विराट नरेश का साला तथा उनकी पत्नि सुदेष्णा का भाई था। वह अत्यधिक बलशाली और वीर सेनापति था, किंतु पांडु पुत्र भीम के हाथों उसका वध हुआ। कीचक क्षत्रिय पिता तथा ब्राह...

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जयद्रथ By Renu

महाभारत में जयद्रथ सिंधु प्रदेश के राजा थे। जयद्रथ का विवाह कौरवों की एकमात्र बहन दुशाला से हुआ था। जयद्रथ वृध्दक्षत्र के पुत्र थे। वृध्दक्षत्र के यहाँ जयद्रथ का जन्म देर से हुआ था...

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हिडिम्बा By Renu

हिडिम्बा महाभारत में हिडिंब नामक राक्षस की बहन थी। भीम द्वारा हिडिंब का वध कर दिये जाने के पश्चात हिडिम्बा ने एक सुन्दरी का रूप धारण कर भीम से विवाह किया। हिडिम्बा के गर्भ से ही भी...

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शिखंडी By Renu

शिखंडी महाभारत के पात्रों में से एक है। महाभारत की कथानुसार, काशीराज की तीन कन्याओं में अंबा सबसे बड़ी थी। भीष्म ने स्वयंवर में अपनी शक्ति से उन तीनों का अपहरण कर अपने छोटे भाई विच...

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शकुनि By Renu

महाभारत का मुख्य पात्र है। गांधारी का भाई है और दुर्योधन का मामा है। 'महाभारत' में शकुनि 'सुबलराज' के पुत्र, गान्धारी के भाई और कौरवों के मामा के रूप में चित्रित हु...

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पांडव By Renu

पांडव महाभारत के वे पाँच प्रसिद्ध वीर योद्धा थे, जिन्हें महाराज पांडु और कुंती के पुत्रों के रूप में जाना जाता है। महाभारत का अधिकांश घटनाक्रम पांडवों और कौरवों से ही सम्बन्धित है।...

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ક્ષત્રિયને ના છંછેડો. By वात्सल्य

મહાભારતના યુદ્ધમાં અંદાજે ૬૦ લાખ નવયુવાન ક્ષત્રિય યોદ્ધાઓ હતા.આ યુદ્ધ ૧૮ દિવસ ચાલ્યું.આ ૧૮ દિવસના યુદ્ધમાં માત્ર ૧૮ લાખ નવયુવાન ક્ષત્રિય યોદ્ધાઓ બચ્યા હતા એવા પુરાવા લેખો પરથી સંશો...

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वेदव्यास By Renu

वेदव्यास अथवा 'व्यास' हिन्दुओं के प्रसिद्ध धार्मिक महाकाव्य 'महाभारत' के रचयिता थे। वे उन घटनाओं के भी साक्षी रहे, जो क्रमानुसार घटित होती रहीं। हस्तिनापुर राज्य मे...

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जनमेजय By Renu

जनमेजय अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पुत्र थे। जनमेजय की पत्नी वपुष्टमा थी, जो काशीराज की पुत्री थी। बड़े होने पर जब जनमेजय ने पिता परीक्षित की मृत्यु का कारण सर्पदंश जाना तो उस...

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परीक्षित By Renu

परीक्षित पांडव अर्जुन के पौत्र तथा उत्तरा के गर्भ से उत्पन्न अभिमन्यु के पुत्र थे। ये पांडुकुल के प्रसिद्ध योद्धा थे। हस्तिनापुर इनकी राजधानी थी और ये एक सार्वभौम सम्राट तथा भागवतो...

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पुराणातील गोष्टी - 4 By गिरीश

पुराणातील गोष्टी.कुबेर.कुबेर हा विश्रवाचा मोठा मुलगा होता. विश्रवाला दोन पत्नी होत्या. दुसरी पत्नी राक्षस होती. तिने रावण, कुंभकर्ण व बिभीषणाला जन्म दिला. कुबेराचे लंकेवर राज्य होत...

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शिशुपाल By Renu

शिशुपाल महाभारत कालीन चेदि राज्य का स्वामी था। महाभारत में चेदि जनपद के निवासियों के लिए आदिपर्व[1] में लिखा है- "चेदि जनपद के लोग धर्मशील, संतोषी ओर साधु हैं। यहाँ हास-परिहास में...

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संजय By Renu

संजय महर्षि व्यास के शिष्य तथा धृतराष्ट्र की राजसभा के सम्मानित सदस्य थे। ये विद्वान गावाल्गण नामक सूत के पुत्र और जाति से बुनकर थे। वे विनम्र और धार्मिक स्वभाव के थे और अपनी स्पष्...

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कुब्जा दासी By Renu

कुब्जा मथुरा के राजा कंस के दरबार की एक कुबड़ी दासी थी। यद्यपि वह कुबड़ी थी, लेकिन सौन्दर्य की धनी थी। वह महल में प्रतिदिन फूल, चन्दन तथा तिलक आदि ले जाने का कार्य किया करती थी। जब...

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मंदोदरी का दूसरा विवाह By bhagirath

मंदोदरी का दूसरा विवाह सभी जानते हैं कि मंदोदरी महाबली रावण की पत्नी थी। उसके तीन पुत्र थे। मेघनाद, कुंभकरण और अंत्येक ।   राम-रावण युद्ध के बाद मंदोदरी युद्ध भूमि में गई। वह अपने...

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Krishna - The Protector of Dharma - 4 By Suresh Trivedi

4) Krishna's Vision Krishna could not sleep well that night. He was changing his sleeping positions irritably again and again, but was not able to make himself comfortable. Rukaman...

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इंद्रप्रस्थ - 1 By Shakti

इंद्रप्रस्थ राजकुमार अर्जुन इस समय अपना धनुष हाथ में लिए सजग मुद्रा में खड़ा था। अर्जुन को सूचना मिली थी कि खांडवप्रस्थ के इस भयंकर वन में रक्षा नाग दैत्य और डाकू रहते हैं। आज अर्ज...

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શ્રી તુલસીકૃત રામાયણ - ભાગ 3 By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

પોતાની રચેલ કવિતા સાવ ફિકી હોય કે સરસ હોય તો પણ કોને સારી નથી લાગતી? જે પારકી રચના સાંભળતા ખુશ થાય એવા ઉત્તમ પુરુષો જગતમાં વધુ નથી રહ્યા. જગતમાં નદીઓ અને સરવરોની જેવા ઘણા મનુષ્યો હ...

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शिवराय सर्वांचेच आराध्य? By Ankush Shingade

शिवाजी महाराज हे धर्मनिरपेक्षतेचे प्रतिक *अलिकडील काळात शिवाजी महाराजांना हिंदूंचे राजे म्हणून गौरविण्यात येते. तसंच त्यांचा हिंदूंचा राजा म्हणून गौरव करण्यात येतो आणि हिंदू मुस्ली...

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पन्हाळा किल्ला एक ऐतिहासिक साक्षीचा नमुना By Ankush Shingade

पन्हाळा किल्ला ; एका ऐतिहासिक साक्षीचा ठेवा अलिकडील काळात किल्ल्याला महत्व नसल्याचे जाणवते. त्याचं कारण आहे किल्ल्याची आजच्या काळात होत असलेली दुरावस्था. आपण जेव्हा जेव्हा किल्ला प...

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શ્રીમદ ભાગવત પુરાણ By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

જેમના સર્વો કર્મો દૂર થયા હતા, જેમનો યોગ્ય પવિત્ર સંસ્કાર થયો ન હતો, એવા સુખદેવજી જ્યારે સર્વનો ત્યાગ કરી ચાલી નીકળ્યા, ત્યારે પુત્ર નો વિરોહ દુઃખ પામેલા શ્રી વેદ વ્યાસજીએ તેમને રો...

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रूरू - प्रमद्वरा By Balkrishna Rane

रूरू - प्रमद्वरा एक पौराणिक प्रेमकथाभाग-१त्या निबिड अरण्यात एक ऋषीं निर्भयपणे वाट चालत होता.त्याच्या हाती एक लांब व दणकट असा दंड होता. गोरा वर्ण...रंद छाती...बलिष्ट शरीर... धारदार...

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नागपूरचे ते पवित्र आत्म्ये - भाग 2 By Ankush Shingade

ते पवित्र आत्म्ये भाग दोन गणेश विचारत होता त्यांना नागपूरच्या कहाण्या. त्यातच विचारत होता त्या राजांचे शौर्य. त्यात त्या सर्व पवित्र आत्म्यांनी सांगीतलं होतं की मानवासारखं ते जात व...

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ઊર્મિલા (રામાયણ આધારિત) By ભૂપેન પટેલ અજ્ઞાત

રામાયણ આધારિત છે મર્યાદા પુરુષોત્તમ રામના વનવાસ પર, ભરત અને રામના મિલન પર, સીતાના હરણ પર, લક્ષ્મણના ભાતૃભાવ પર, કૈકયીના વરદાન પર, દશરથનો પુત્ર વિયોગ પર, મા કૌશલ્યાના ત્યાગ પર,હનુમા...

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रानी श्रीगणेशदेईजी By Renu

काशीवाले महाराज श्रीअनिरुद्धसिंहजी (करैया-दतिया) महान् धर्मात्मा थे। इनकी रानी का नाम विजयकुँवरि था। ये भी भगवद्भक्ता एवं पतिव्रता थीं। निरन्तर धर्माचरण-परोपकार के फलस्वरूप वि० संव...

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श्री धर्मराज By Renu

भगवान् सूर्य की पत्नी संज्ञा से आपका प्रादुर्भाव हुआ है। आप कल्पान्त तक संयमनीपुरी में रहकर जीवों को उनके कर्मानुसार शुभाशुभ फल का विधान करते रहते हैं। ये पुण्यात्मा लोगों को धर्मर...

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राजा बलि By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥(सुन्दर कुल में जन्म, अच्छे कर्म, युवावस्था, सुन्दर रूप, अर्थकरी विद्या, बड़ा भारी ऐश्वर्य, विपुल धन...

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भगीरथजी By Renu

इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ही भगीरथ नाम से विख्यात हुए। उनके पूर्वपुरुषों ने कपिल की क्रोधाग्नि से भस्मीभूत सगर पुत्रों का उद्धार करने के लिये गंगाजी को लाने की बड़ी चेष...

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શ્રદ્ધા કે અંધશ્રદ્ધા By Dr Bharti Koria

જાગુ હજી રાતના 11:00 વાગે બસ સ્ટેન્ડે ઉતરી હતી. આમ તો એણે રસ્તામાં જ પપ્પાને ફોન કરી દીધો હતો કે 15 મિનિટમાં એ પહોંચે છે. જેવું બસ સ્ટેન્ડ આવ્યો કે એકદમ ખુશ ખુશ થઈ ગઈ. "હાલો પપ્પા...

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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 10 By Kishanlal Sharma

"नही साधु महाराज हम रास्ता नही भटके है"रास्ता नही भटके तो इस जंगल मे कोमल शरीर के बालक नंगे पैर क्यो भटक रहे हैं।"हम रास्ता नही भटके है?"फिर इस जंगल मे क्या कर रहे हैं?"हम किसी की...

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महाराज सगर By Renu

इक्ष्वाकुवंश में राजा हरिश्चन्द्र नाम के चक्रवर्ती सम्राट् थे। उनके पुत्र का नाम रोहित था। रोहित से हरित का और हरित से चम्प का जन्म हुआ, जिसने चम्पापुरी बसायी। चम्प का सुदेव, सुदेव...

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भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 7 By Renu

जब जब होइ धरम कै हानी। बाढहिं असुर अधम अभिमानी॥ करहिं अनीति जाई नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी॥ तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा॥ असुर मारि थापहिं सुरन...

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स्वायम्भुव मनु By Renu

सृष्टि के प्रारम्भ में जब ब्रह्मा ने सनकादि पुत्रों को उत्पन्न किया और वे निवृत्ति परायण हो गये तब इन्हें बड़ा क्षोभ हुआ। इस क्षोभ के कारण ब्रह्मा रजोगुण और तमोगुण से अभिभूत हो गये...

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उलूपी By Renu

उलूपी ऐरावत वंश के कौरव्य नामक नाग की कन्या थी। इस नाग कन्या का विवाह एक बाग़ से हुआ था। इसके पति को गरुड़ ने मारकर खा लिया, जिससे यह विधवा हो गयी थी।एक बार अर्जुन, जो प्रतिज्ञा भं...

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कीचक By Renu

कीचक महाभारत में विराट नरेश का साला तथा उनकी पत्नि सुदेष्णा का भाई था। वह अत्यधिक बलशाली और वीर सेनापति था, किंतु पांडु पुत्र भीम के हाथों उसका वध हुआ। कीचक क्षत्रिय पिता तथा ब्राह...

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जयद्रथ By Renu

महाभारत में जयद्रथ सिंधु प्रदेश के राजा थे। जयद्रथ का विवाह कौरवों की एकमात्र बहन दुशाला से हुआ था। जयद्रथ वृध्दक्षत्र के पुत्र थे। वृध्दक्षत्र के यहाँ जयद्रथ का जन्म देर से हुआ था...

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हिडिम्बा By Renu

हिडिम्बा महाभारत में हिडिंब नामक राक्षस की बहन थी। भीम द्वारा हिडिंब का वध कर दिये जाने के पश्चात हिडिम्बा ने एक सुन्दरी का रूप धारण कर भीम से विवाह किया। हिडिम्बा के गर्भ से ही भी...

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शिखंडी By Renu

शिखंडी महाभारत के पात्रों में से एक है। महाभारत की कथानुसार, काशीराज की तीन कन्याओं में अंबा सबसे बड़ी थी। भीष्म ने स्वयंवर में अपनी शक्ति से उन तीनों का अपहरण कर अपने छोटे भाई विच...

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शकुनि By Renu

महाभारत का मुख्य पात्र है। गांधारी का भाई है और दुर्योधन का मामा है। 'महाभारत' में शकुनि 'सुबलराज' के पुत्र, गान्धारी के भाई और कौरवों के मामा के रूप में चित्रित हु...

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पांडव By Renu

पांडव महाभारत के वे पाँच प्रसिद्ध वीर योद्धा थे, जिन्हें महाराज पांडु और कुंती के पुत्रों के रूप में जाना जाता है। महाभारत का अधिकांश घटनाक्रम पांडवों और कौरवों से ही सम्बन्धित है।...

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મહાભારતના યુદ્ધમાં અંદાજે ૬૦ લાખ નવયુવાન ક્ષત્રિય યોદ્ધાઓ હતા.આ યુદ્ધ ૧૮ દિવસ ચાલ્યું.આ ૧૮ દિવસના યુદ્ધમાં માત્ર ૧૮ લાખ નવયુવાન ક્ષત્રિય યોદ્ધાઓ બચ્યા હતા એવા પુરાવા લેખો પરથી સંશો...

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वेदव्यास By Renu

वेदव्यास अथवा 'व्यास' हिन्दुओं के प्रसिद्ध धार्मिक महाकाव्य 'महाभारत' के रचयिता थे। वे उन घटनाओं के भी साक्षी रहे, जो क्रमानुसार घटित होती रहीं। हस्तिनापुर राज्य मे...

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जनमेजय By Renu

जनमेजय अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पुत्र थे। जनमेजय की पत्नी वपुष्टमा थी, जो काशीराज की पुत्री थी। बड़े होने पर जब जनमेजय ने पिता परीक्षित की मृत्यु का कारण सर्पदंश जाना तो उस...

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परीक्षित By Renu

परीक्षित पांडव अर्जुन के पौत्र तथा उत्तरा के गर्भ से उत्पन्न अभिमन्यु के पुत्र थे। ये पांडुकुल के प्रसिद्ध योद्धा थे। हस्तिनापुर इनकी राजधानी थी और ये एक सार्वभौम सम्राट तथा भागवतो...

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पुराणातील गोष्टी - 4 By गिरीश

पुराणातील गोष्टी.कुबेर.कुबेर हा विश्रवाचा मोठा मुलगा होता. विश्रवाला दोन पत्नी होत्या. दुसरी पत्नी राक्षस होती. तिने रावण, कुंभकर्ण व बिभीषणाला जन्म दिला. कुबेराचे लंकेवर राज्य होत...

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शिशुपाल By Renu

शिशुपाल महाभारत कालीन चेदि राज्य का स्वामी था। महाभारत में चेदि जनपद के निवासियों के लिए आदिपर्व[1] में लिखा है- "चेदि जनपद के लोग धर्मशील, संतोषी ओर साधु हैं। यहाँ हास-परिहास में...

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संजय By Renu

संजय महर्षि व्यास के शिष्य तथा धृतराष्ट्र की राजसभा के सम्मानित सदस्य थे। ये विद्वान गावाल्गण नामक सूत के पुत्र और जाति से बुनकर थे। वे विनम्र और धार्मिक स्वभाव के थे और अपनी स्पष्...

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कुब्जा दासी By Renu

कुब्जा मथुरा के राजा कंस के दरबार की एक कुबड़ी दासी थी। यद्यपि वह कुबड़ी थी, लेकिन सौन्दर्य की धनी थी। वह महल में प्रतिदिन फूल, चन्दन तथा तिलक आदि ले जाने का कार्य किया करती थी। जब...

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मंदोदरी का दूसरा विवाह By bhagirath

मंदोदरी का दूसरा विवाह सभी जानते हैं कि मंदोदरी महाबली रावण की पत्नी थी। उसके तीन पुत्र थे। मेघनाद, कुंभकरण और अंत्येक ।   राम-रावण युद्ध के बाद मंदोदरी युद्ध भूमि में गई। वह अपने...

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