Hindu aur musalman dono bharat ke liye khatarnak books and stories free download online pdf in Hindi

हिन्दू और मुसलमान दोनों भारत के लिए खतरनाक

प्रस्तावना
सबसे पहले मैं आप सभी भारतवासी से विनती करता हूँ कि जो मैंने अपना विचार व्यक्त कर रहा हूँ। यह विचार समाज को देखते हुए तथा साम्प्रदायिक झगड़ों को सुलझाने की भरपूर प्रयास की ओर एक पहल है इसपर अम्ल करें कृपया और शांति व्यवस्था को बनाए रखने में सहायक बने। मुझे उम्मीद है कि आप सभी मेरे प्यारे भारतवासी इस अम्ल पर खरे उतरेंगे।
धन्यवाद-
करीब आज से 75 या 80 साल पहले Dr.Br.ambedkar ने कहा था कि मुझे हिन्दुओं से नहीं हिन्दूवादी सोच से नफरत है।
आजकल जो समाज में धर्म को लेकर चर्चाएँ हो रहीं हैं वो चाहें हिन्दू हो या मुस्लिम या एक साम्प्रदायिक मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है वो बहुत निंदनीय हैं। मैं इसकी आलोचना करता हूँ। यहाँ पर जितने हिन्दू हों या मुस्लिम वे सबसे हिन्दू या मुस्लिम नहीं है। बल्कि वे एक इंसान हैं मानव हैं। और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। आज जो ये धर्म के ठेकेदारों धर्म का अफीम पीला रहे हैं, याद रखिए अगर आपके घर में आग लग गई तो वे झांकने तक नहीं आयेंगे। इस किताब का नाम मैंने हिन्दू और मुसलमान दोनों भारत के लिए खतरनाक इसलिए कहा कि जो इन धर्मों को मानने वाले लोग हैं वे सभी भारत के मूल हैं और जो धर्म का चोला ओढ़ रखा है ,वो चोला भारत का नहीं है बल्कि विदेशी है और विदेशी तत्वों द्वारा भारत को तोड़ने और बर्बाद करने की साजिश रच रहे हैं। सबसे पहले मैं हिन्दू धर्म से शुरुआत कर रहा हूं। जो आज हिन्दू धर्म के ठेकेदार लोग हैं। 1950 से पहले sc st obc को धर्म से दूर रखते थे उनपर तरह तरह के अत्याचार करते थे। वेद पढ़ने, सुनने तथा कहने पर कठोर दंड देते थे। उनको धर्म से दूर रखते थे। यहाँ तक विद्यालय और मंदिरों में प्रवेश वर्जित था। पानी पीने का अधिकार भी नहीं था। ठीक यही चीज मुसलमानों में भी है। उनमें भी अपर कास्ट लोवर कास्ट है। भले ही वे एक साथ बैठकर खाना खा सकते हैं। मस्जिद में नमाज पढ़ सकते हैं। मुसलमानो की एक बात मुझे बहुत बुरा लगता है और वह ये बात है कि अगर आप मुसलमान हैं और गरीब हैं तो वो आपका भरपूर मदद करेंगे। लेकिन आप गैर मुस्लिम हैं तो वो आपको काफिर समझते हैं। मतलब आप जल्द से जल्द इस्लाम को अपना लिए तो समझिए आप जन्नत की सैर करने वाले हैं अल्लाह आपको जन्नत में जगह दे देगा और यदि आप इस्लाम क़बूल नहीं किए तो समझिए आपको नर्क में भी जगह नहीं मिलेगा। इस तरह के सोच हिन्दू और मुस्लिम रखते हैं। और भोली सी जनता इसमे पीस रही है। जहां तक देखा जाए तो भारत के मुसलमानो में ये सब बातें नहीं हैं। लेकिन एक बात सत्य है कि चाहें हिन्दू हों या मुस्लिम वे अपने धर्म के कानून को देश के कानून से ऊंचा मानते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि उन दोनों के कानून मानवता के खिलाफ हैं। जैसे मनुस्मृति में शूद्र और महिलाओं को आजादी नहीं है उसी प्रकार शरियत कानून में भी महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार नहीं देता है। इसलिए हिन्दू और मुस्लिम का चोला भारत के लिए खतरनाक है। मुझे आप सभी भाइयों से निवेदन है और भारत के नागरिक होने के साथ यह फर्ज है कि भारत को धर्म मुक्त देश बनाया जाए तभी हम सभी देशों को विकास के मामले में पछाड़ सकते हैं। यदि धर्म पर चलेंगे तो जाहिर सी बात है कि हम आपस में ही लड़ते मरते रहेंगे। यह विचार रखने का मकसद यही है कि हम सब भाई हैं और सभी साथ मिलकर अपने मुल्क को आगे बढ़ाने का काम शुरू करें। जय हिंद जय भारत।

- Vishal Kumar Dhusiya