Balam ho Pardesh me to book and story is written by Kishanlal Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Balam ho Pardesh me to is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
बालम हो परदेश में तो - Novels
by Kishanlal Sharma
in
Hindi Anything
रमेश का तबादला पुणे से मुम्बई हो गया। कुछ कारणों से वह पत्नी और बच्चों को अपने साथ नही ले जा सका।और उसे अकेले ही अपनी नई पोस्टिंग पर जाना पड़ा।
रमेश मुम्बई में पेइंग गेस्ट के रूप में रहने लगा।कमला का पति कमल यू ए ई में नौकरी करता था।वह साल में एक बार ही अपने घर आता था।रमेश जवान था और कमला जहाँ पर रमेश रह रहा था,वह भी जवान थी।जवानी में शरीर की भूख सभी को लगती है।रमेश और कमला को भी।और दोनो के बीच शारीरिक सम्बन्ध स्थापित हो गए।
विमल बैंक में था।उसका ट्रांसफर आबू से दिल्ली हो गया।दिल्ली में वह अपने साथ काम करने वाली उमा के सम्पर्क में आया।और दोनो में प्यार हो गया।विमल अपने प्यार का इजहार करते समय यह बात छिपा गया कि वह विवाहित है।उमा भी विमल को चाहती थी।और दोनो ने कोर्ट मैरिज कर ली।पहले वह हर महीने पत्नी के पास जाता था लेकिन उमा से शादी के बाद उसने पत्नी के पास जाना छोड़ दिया।जब कई महीने तक पति नही आया न ही उससे फोन पर बात होती थी।तब रमा दिल्ली आयी और उसे हकीकत का पता चला।
रमेश का तबादला पुणे से मुम्बई हो गया। कुछ कारणों से वह पत्नी और बच्चों को अपने साथ नही ले जा सका।और उसे अकेले ही अपनी नई पोस्टिंग पर जाना पड़ा।रमेश मुम्बई में पेइंग गेस्ट के रूप में रहने ...Read Moreका पति कमल यू ए ई में नौकरी करता था।वह साल में एक बार ही अपने घर आता था।रमेश जवान था और कमला जहाँ पर रमेश रह रहा था,वह भी जवान थी।जवानी में शरीर की भूख सभी को लगती है।रमेश और कमला को भी।और दोनो के बीच शारीरिक सम्बन्ध स्थापित हो गए।विमल बैंक में था।उसका ट्रांसफर आबू से दिल्ली हो
नई जगह जाने पर आदमी को या तो कम्पनी,सरकार की तरफ से मकान मिलता है या लेना पड़ता हैं।नाइ जगह जाने पर आदमी नए लोगो के सम्पर्क में आता है।इनमें औरते भी होती है।आदमी औरत के पति जल्दी आकर्षित ...Read Moreहै यह मर्द का स्वाभाविक गुण है।मर्द की पहले औरत से दोस्ती होती है।दोस्ती होने पर उनके मिलने जुलने का सिलसिला शुरू होता है।हँसना बोलना साथ घूमना शुरू होता हैं।और वे धीरे धीरे करीब आने लगते है,जिनकी अंतिम परिणीति शारीरिक मिलन ही होती है।अगर औरत तलाकशुदा,विधवा हो या पति से असंतुष्ट हो,वो औरत पराये मर्द को सम्परों को जल्दी तैयार