Saat fere Hum tere - 81 books and stories free download online pdf in Hindi

सात फेरे हम तेरे - भाग 81


माया ने कहा हां डियर अब तक गई हुं।
फिर वापसी भी हो गई।
डिनर रूम में ही मंगवा लिया।
माया ने कहा पता है आज निलेश होता तो क्या बात थी।
सागर ने कहा हां ठीक है पर विक्की भी तो है।
माया ने कहा हां वो भी मेरा भाई है। पिछले जन्म का रिश्ता है।
फिर दोनों ने एक-दूसरे को खिलाया और फिर ही रोमांटिक हो गए और एक दूसरे में खो गए।
उधर नैना ने फिर से स्कूल जोय्न कर लिया था वरना वो तो अकेले नहीं रह पातीं।
शाम होते ही नैना निलेश के घर जाकर दिया बत्ती जला देती और फिर पौधों के संग बातें करती उनको पानी भी देती थी और फिर माया के टुयशन वाले बच्चे भी आ जाते तो नैना ही अब उनको पढ़ाती थी।

सिंगापुर में दूसरी सुबह---- जल्दी उठकर दोनों तैयार हो गए और फिर होटल में पहुंच कर नाश्ता करने के बाद ही बस में बैठ गए।


बस में गाइड ने बताया कि आज चाइना टाउन जाएंगे। आप हमेशा पर्यटकों की भीड़ देखेंगे। अगर आप सिंगापुर छुट्टियां मनाने जा रहे हैं और आपने चाइना टाउन नहीं देखा है, तो मतलब आपका ये ट्रिप अधूरा रह गया। यहां आपको कई तरह के चाइनीज फूड, अट्रेक्टिव शॉप्स, और पारंपरिक चीनी सामान यहां देखने को मिल जाएंगे। इन सबके अलावा आप यहां फेमस हिंदू और बुद्ध मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं

फिर बस सीधे चाइना टाउन में रुक गई।सब लोग उतर कर घुमने लगें।
माया और सागर भी एक दूसरे का हाथ पकड़ कर आगे बढ़ने लगे।
जहां पर चाइनीज फूड खाने को मिल रहें थे।
अटेकि्टव शाॅप्।। माया ने कहा चलो पहले चाइनीज फूड खा लेते हैं। फिर दोनों ने जम का चाइनीज फूड खाने लगे।
फिर वही से आगे चलिए। थोड़ा सा शापिंग कर लेते हैं।
सागर ने कहा हां, हां क्यों नहीं? फिर काफी देर तक शापिंग हो गया।
फिर वहां से बस में सवार होकर बैठ गए।
गाइड ने कहा तो उनका तबीयत खराब है क्या।।
अब गाइड ने बताया मलाऺयन बहुत ही खूबसूरत।।

सिंगापुर का राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह द मर्लायन बेहद लोकप्रिय है। इस मूर्ति को जब आप देखेंगे, तो ये आधा शेर और आधा मछली के आकार में दिखाई देगी। ये मूर्ति मर्लायन पार्क में स्थित है। अगर आप सिंगापुर में किसी ऐतिहासिक जगह की तलाश कर रहे हैं, तो वो जगह यहीं है। यहां सिंगापुर का इतिहास बहुत अच्छे से दिखाया गया है।
हम जब वहां पहुंचे तो नजारा देखने लायक था। माया ने कहा वाह क्या बात है बहुत ही खूबसूरत।।
फिर वहां से बस में बैठ गए।
अब हम लोग जाएंगे सेंटोसा द्वीप।।
कहीं आप ये तो नहीं सोच रहे कि सिंगापुर में बस इमारत ही इमारत हैं? तो आप गलत हैं, यहां एक खूबसूरत द्वीप भी है। सेंटोसा द्वीप एक शानदार डेस्टिनेशन है, जहां आप खुलकर मौज-मस्ती कर सकते हैं। साथ ही साथ यहां आप सिंगापुर के मशहूर व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं। यहां अंडरवाटर वर्ल्ड एक्वेरियम है, जहां आप डॉलफिन को तैरते हुए देख सकते हैं। इस द्वीप पर सिंगापुर की प्रसिद्ध मूर्ति, मेरिलियन भी आपको जरूर देखनी चाहिए। यहां का एकमात्र संरक्षित किला सिलोसो भी बहुत लोकप्रिय है

वहां पहुंच कर हर एक पल का मजा लिया हमने काश विक्की और नैना भी आ पाते ये सब माया सोच रही थी।

वहां पर गाइड ने बताया किआपने कई बॉलीवुड की फिल्मों में सिंगापुर के यूनिवर्सल स्टूडियो को जरूर देखा होगा। इस स्टूडियो को देखने के लिए आपको सेंटोसा द्वीप जाना पड़ेगा। परिवार के साथ घूमने के लिए ये एक रोमांचकारी जगह है। यूनिवर्सल स्टूडियो के अंदर दुनिया के बेहतरीन रेस्टोरेंट और कैफे हैं, जहां आप आराम से बैठकर खाना खा सकते हैं। साथ ही यहां मार्किट में आप फैशनेबल कपड़ों की भी खरीदारी कर सकते हैं। यहां साइंस फाई सिटी, प्राचीन मिस्र क्षेत्र, लॉस्ट वर्ल्ड ऑफ डायनासोर सहित कई मजेदार चीजें भी हैं, जहां आप अपने बच्चों के साथ घूम सकते हैं।
हम सब वहां पहुंच गए। बहुत ही अच्छा लग रहा था। हमने सबके लिए शापिंग भी किया।

यहां से अब चिड़िया घर चलते हैं।
सब हंसने लगे।
गाइड ने कहा अरे बाबा सिंगापुर का चिड़ियाघर वही जगह है, जहां रितिक रोशन और प्रियंका चोपड़ा की फिल्म ‘कृष’ की शूटिंग हुई थी। आपको यहां 300 से अधिक प्रजातियों के जानवर, जैसे - जिराफ, कोआलास, जेब्रा और सफेद टाइगर आदि देखने को मिल जाएंगे। आप यहां ध्रुवीय भालू और विभिन्न नस्ल के कुत्ते भी देख सकते हैं। इस चिड़ियाघर के जानवरों के घर अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित किये हुए हैं। यहां आप नाइट सफारी भी कर सकते हैं। रात में घूमने का यहां अलग ही मजा है।


दूसरी ओर दक्षिण-पूर्व एशिया में, निकोबार द्वीप समूह से लगभग 1500 कि.मी. दूर एक सुंदर व विकसित देश सिंगापुर पिछले कई वर्षों से पर्यटन के क्षेत्र में व व्यापार का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यह भी माना जाता है कि आधुनिक सिंगापुर की स्थापना सन्‌ 1819 में सर स्टेमफोर्ड रेफल्स ने की थी। जिन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी के रूप में दिल्ली स्थित तत्कालीन वॉयसराय द्वारा व्यापार बढ़ाने के उद्देश्य से सिंगापुर भेजा गया था।
परिवारवालों के साथ छुट्टियों की प्लानिंग करना मतलब हजारों चीजों के बारे में भी सोचना, जैसे - जिस जगह आप जा रहे हैं वह आपके बच्चों के लिए सही है या नहीं, होटल या रिजॉर्ट साफ-सुथरा होने के साथ-साथ एक सुरक्षित जगह पर भी होना चाहिए, बूढ़े मां-बाप को वहां किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े। ऐसे कई ख्याल हमारे दिमाग में आते हैं। अगर आपके भी दिमाग में ऐसे कई सवाल हैं, तो हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसी बेहतरीन जगह, जो आपके सभी मापदंड पर खरी उतरेगी और वो जगह है - सिंगापुर।।
फिर इसी तरह माया और सागर का हनीमून इन सिंगापुर बहुत ही ज्यादा खुबसूरत और खुशनुमा हो रहा था।
माया ने कहा बस अब एक दिन और बचें है फिर वापस कहां से पांच दिन निकल गए पता नहीं चल पाया।
ये सब बातें दोनों बस में बैठ कर कर रहे थे। कुछ देर बाद ही बस सिंगापुर फ्लायर में जाकर रुक गई थी।


यहां पर भी अच्छे से देखने लगें। अभी रवि कांत शर्मा है आपका गाइड।।
अगर आप सिंगापुर जैसे खूबसूरत देश को ऊंचाई से देखना चाहते हैं, तो सिंगापुर फ्लायर से बेहतर और कुछ हो ही नहीं सकता। दरअसल, सिंगापुर फ्लायर एक प्रकार का व्हील है, जिस पर बैठकर आप 360 डिग्री से सिंगापुर के लुभावने दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं। ये व्हील दुनिया की सबसे ऊंची व्हील है। अगर आप में बहुत हिम्मत है, तो इस व्हील पर रात के समय बैठें, रात के वक्त यहां से सिंगापुर का नजारा और भी खूबसूरत दिखता है। सिंगापुर फ्लायर से आप मरीना की खाड़ी की झलक देखने के अलावा पड़ोसी देश मलेशिया और इंडोनेशिया की भी झलक देख सकते हैं।

सभी लोग बहुत ही आकर्षित हो गए।।
फिर वहां से वापस होटल और फिर शाम को शापिंग करने निकल गए।
माया ने कहा कैसे समय निकल गया पता ही नहीं चला।।
सागर ने कहा हर साल अब हम जरूर टूर पर जाएंगे।
माया ने कहा हां ठीक है अब सबको लेकर चलेंगे।
दोनों एक दूसरे को देखने लगें।।
पैकिंग सारी हो गई है और फिर कल रात निकलना है।

दिल्ली में सबकी याद भी आ रही है माया ने कहा। सागर ने कहा हां मुझे पता था ऐसे ही बोलोगी।
अब सोने चले।
क्रमशः