Saat fere Hum tere - 82 books and stories free download online pdf in Hindi

सात फेरे हम तेरे - भाग 82

आज विक्की ने बहुत बड़ा फैसला ले लिया वो अब वापस अमेरिका जाएगा पर जाने से पहले नैना को कुछ बताना चाहता है उसके लिए वो सिर्फ एक दिन के लिए कानपुर जा रहा था। ऐसा क्या आखिर बोलना था विक्की को जो एक दिन के लिए वो कानपुर पहुंच गया।
विक्की कितनी बार फोन किया और उसने फोन नहीं उठाया।
मैं बुई को बोल देता हूं और फिर बेल बजाया तो रेखा ने दरवाजा खोला तो देखा कि विक्की खड़ा था।
कोकिला ने कहा अरे वाह विक्की आओ।
विक्की ने पैर छु कर कहा कि नैना फोन नहीं उठा रही है।
कोकिला ने कहा अरे स्कूल गई है।
विक्की ने कहा ओह ओह हां।
कुछ देर बाद ही अतुल और बिमल भी आ गए जैसे विक्की ने उनको मैसेज भी दिया था।
दोनों ही गले लगा कर रोने लगे।
विक्की ने कहा अरे बाबा रो मत मैं तो विजय हो कर लौटा हुं।
बिमल ने कहा हां बहादुरी के चर्चे खुब है।
विक्की ने कहा हां ठीक है खाना खाने चले।
कोकिला ने कहा अरे दोपहर को बिना खाना खाए नहीं जाने देंगे।
फिर सब खाना खाने बैठ गए।
कुछ देर बाद ही नैना आ गई।
विक्की नैना के कमरे में छुप गया।
नैना ने कहा अरे अतुल बिमल तुमलोग?
बिमल ने कहा हां हम।।
नैना ने कहा पता है विक्रम सिंह शेखावत का फोन आ रहा था।
नैना को कुछ ऐसा लग रहा था कि ये खुशबू तो विक्की लगाया करता है डियोड्रेंट।।
बस फिर क्या था विक्की आ गया और फिर बोला अरे वाह नैना।।
नैना एक दम से चौंक गई और फिर बोली कि किसे कहते हैं कि कोई आने वाला हो और मैं समझ गई।
विक्की ने कहा हां इस पर एक गाना हो जाएं।
बिमल निलेश का गिटार लेकर आ गया जो नैना अपने पास लेकर आई थी।
तेरे दिल का मेरे दिल से।।

ओह दिल से दिल का रिश्ता जुड़ा
पल दो पल में मिटा नहीं
बंधन दिलो का टूटता नहीं
बंधन दिलो का टूटता नहीं
तेरे दिल का मेरे दिल से
रिश्ता पुराण हैं
इन आँखों से हर आंसू
मुझको चुराना हैं
मुझको चुराना हैं
मुझको चुराना हैं

तेरे दिल का मेरे दिल से
रिश्ता पुराण हैं


दिल का मेरे दिल से
रिश्ता पुराना हैं
इन आँखों से हर आंसू
मुझको चुराना हैं
मुझको चुराना हैं
मुझको चुराना हैं
तेरे दिल का मेरे दिल से
रिश्ता पुराण हैं

तेरी बेचैनी का तेरी तन्हाईका एहसास हैं मुझको सुन
मैं जो साथ तेरे हु
फिर तुझे हैं कैसा गम
दर्द बांट लेंगे हम सुन
इन पलकों में खुशियो
का सपना सजाना हैं
तेरे दिल का मेरे दिल से
रिश्ता पुराण हैं

कैसे मैं बताऊ यह
तेरा इस तरह रोना
देखा नहीं जाता हैं सुन
शाम जब ढलती हैं
सुबह मुस्कुराती हैं
खुशबुए लुटाती हैं सुन
उदासी के लम्हों में
हमें मुस्कुराना हैं
तेरे दिल का मेरे दिल से
रिश्ता पुराण हैं
इन आँखों से हर आंसू
मुझको चुराना हैं.

गाना खत्म हुआ तो सब रोने लगे।
नैना ने कहा मैं आ रही हुं।
फिर सब बैठ कर बातें करने लगे।
विक्की ने कहा कि आज रात को ही वापिस जाना होगा।
अतुल ने कहा हां पर तुम यहां कैसे कुछ छुट गया क्या?
विक्की ने कहा हां ऐसा ही समझो कुछ।।
कुछ अधुरा काम पुरा करना है।।
नैना भी आ गई और फिर बोली अरे तुम कब आए?
विक्की ने कहा जब तुम को फोन किया था तभी।।
नैना ने कहा हां पर।।
विक्की ने कहा क्या हम बात कर सकते हैं।।
नैना ने कहा हां ठीक है।
विक्की ने एक फार्म निकाल कर नैना को दिया और बोला कि ये देखो।
नैना ने फार्म लेकर कहा कि ये क्या हैं?
विक्की ने कहा ये तुम्हारी हायर स्टडीज के लिए है।।
नैना हंसने लगी और फिर बोली मेरे काम का नहीं है।
विक्की ने कहा देखो ये भी तुम्हारा एक सपना था है ना।
नैना ने कहा हां पर अभी ये सब हिसाब नहीं मिल रहा है।
विक्की ने कहा मिलेगा जरूर जब तुम अमेरिका आओगी।।
नैना ने कहा नहीं कभी नहीं।
विक्की ने कहा मैं आज रात जा रहा हुं ये फार्म भर देना।
नैना ने कहा मुझे एक बात समझ नहीं आईं तुम इतनी दूर सिर्फ ये कहने आए हो?
विक्की ने कहा हां और क्या, मैं चाहता हूं कि तुम सपना पूरा करो बस।
मैं वहां हुं इसलिए सब कुछ आसानी से हो जाएगा।
नैना ने कहा मुझे कानपुर में उस छोटे से स्कूल में पढ़ाने से जो शुकून है वो कहीं भी नहीं।
विक्की ने कहा देखो तुम ये कर सकती हो। तुम्हारी जिंदगी बदल जाएगी।
नैना ने कहा मुझे कुछ नहीं चाहिए। तुम चले जाओ।
विक्की ने कहा हां मुझे तो जाना होगा पर मैं।।
नैना ने कहा मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो प्लीज़। तुमने सोचा था कि अमन के साथ मेरा कुछ चल रहा है पर जब तुम्हें पता चला कि अमन और सपना की शादी होने जा रही है तो तुम।।
विक्की ने कहा हां तो मैंने क्या किया।
नैना ने कहा मुझे कुछ नहीं करना है।।।
और वो उस फार्म को फेंक दिया और फिर चली गई।।

विक्की ने गुस्से में आकर कहा और वो फार्म उठकर बोला कि नैना आना होगा तुम्हें जरूर मुझे विश्वास है पुरा। और फिर तुम अपना सपना पूरा करोगी।
कोकिला ने कहा विक्की मुझे तुमसे बात करनी है।
विक्की ने कहा हां ज़रूर।
कोकिला ने कहा मेरी गुड़िया की किस्मत में शादी नहीं लिखा है तभी तो तुम ऐसा किया।
विक्की ने कहा बुआ जी मुझे ग़लत मत समझिए मैं चाहता हूं कि नैना अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं क्या पता कल मैं ना रहुं।
बुआ जी ने कहा अच्छा खेल खेला जिंदगी ने उसके साथ।। न और फिर तुम।।
विक्की ने कहा आप आज ये सब बोल रही है पर जिस दिन नैना अपनी पढ़ाई पूरी कर लेंगी तब आप । मुझे विश्वास है कि नैना जरूर आएंगी।
कोकिला ने कहा ऐसा कैसे कर सकते हो तुम ने तो कहा था कि नैना के साथ शादी करोगे।
विक्की ने कहा हां पर शादी ही सब कुछ नहीं होता जिदंगी में।।
कोकिला ने कहा हां नैना से मन भर गया तुम्हारा।।
विक्की बाहर निकल आए और फिर एक फोन किया और फिर बोला हां बस मैं निकलता हूं।
वापस नैना के रूम में जाकर विक्की ने कहा देखो मुझे तुम्हारा इंतज़ार रहेगा तुम आओगी जरूर।।
नैना ने कहा जाओ तुम प्लीज़ मुझे फोन भी मत करना हां।
विक्की ने कहा हां ठीक है पर निलेश भी तो ये चाहता था।

देखते है कि तुम मेरे बिना कैसे रहती हो।।

तेरी उम्मीद तेरा इंतज़ार रहेगा तुम आओगी जरूर ये वक़्त बताएगा।। प्यार अगर सच्चा है तो इतिहास लिखेगा।।
क्रमशः