Contract Marriage - 9 books and stories free download online pdf in Hindi

कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 9

" अक्षा हिना के कॉपी से नोट बना रही थी तभी एक लड़की दौड़कर आती क्लास में हिना दी .. हिना दी चलो नीचे और कैंटीन में देखो क्या हो रहा है वो "वेस्टर्न म्यूजिक स्टूडेंट्स किसी की रैंकिंग ले रहे हैं बेचारा जब से यहां आया उसे परेशान करके रखें है उन लोगों ने...

फिर दूसरी लड़कियां बोली , "हां ये एकेडमी उसके बाप का है इसलिए बहुत ही अपने आप को हीरो समझता है चलो देखते हैं जाकर चलो ....!!

अक्षा हिना और बाकी लड़कियों के साथ बोलते हुए जाने लगी ," वो अब तक नहीं सुधरा है चलो देखते हैं क्या कर रहा है और वहां पर के सभी जाते हैं नीचे ग्राउंड के कैंटीन में..........

"नीचे कैंटीन में जब वो लोग आए तो देखी एक लड़का अपने दोनों हाथों से दोनों कान को पकड़े घुटनों के बल बैठे सिर को जमीन पर रखा रहता है ,पांच लड़कों के बीच में एक लड़का के सामने और बहुत से स्टूडेट गोल घेरा बनाकर खड़े रहता है,,इस तरह देखकर हिना और अक्षा को अच्छा नहीं लगता है और विरोध करते ...."रुक जाओ जोर की आवाज में बोलती है ....और उस जमीन पर बैठे लड़के के सामने जाकर उस रैगिंग करने वाले के सामने खड़ी होती है ..."मैंने कहा रुक जाओ ..अक्षा अपने दोनों हाथों को मोड़कर सामने उस लड़के से नज़र मिलते हुए बोलती है...!!

रैगिंग लेने वाला लड़का बोला , अक्षा के सामने झुककर आंखों में आंखें मिलाकर "मिस क्लासिक न्यू एडमिशन तो एक और रैगिंग तो बनता है क्यों उदय .. अपने दोस्त को..

उदय ने शरारती लहजे में कहा,"मुर्गी ..कुकड़ू कू .. फिर वहां उनके ग्रुप के लड़के ठहाका मारकर हंसने लगे...!!


अक्षा को बर्दाश्त नहीं हुआ तो उदय की ओर बढ़ा और एक जोरदार थप्पड़ जड़ दिया - " तुम जैसे बिगड़े लोगों को सुधारना आता है मुझे... वहां पर अब सब शांत होकर देखने लगे और सक्षम और उसके दोस्तों को गुस्सा भड़क उठा और समक्ष आगे बढ़ा और अक्षा को मारने के लिए मुक्का उठाया तो अक्षा ने सक्षम का हाथ पकड़कर उसे उसके पीठ पर घूमाकर पकड़कर लिया...

हिना और दूसरे उसके सपोर्टिंग दोस्तों ने उदय और मयंक को घेर लिया पास पड़ी लकड़ी पकड़ कर..!!

अक्षा ने गुस्से से सक्षम से कहा ," इस संगीत युनिवर्सिटी में शरीफ स्टूडेंस को परेशान करने के अलावा बहुत से काम है , रैगिंग का यहां कोई रूल्स नहीं है रैगिंग करना ग़लत है जहां से आए हो वही चले जाओ इसी में भलाई है नहीं तो चुपचाप से अपने म्यूजिक पर ध्यान दो समझे ...!!

सक्षम ने ताकत लगा कर झटके से अक्षा के पकड़ से आजाद हुआ और धमकाते हुए कहा गुस्से से - " क्या करोगी तुम मेरा,, जानती नही तुम ये युनिवर्सिटी मेरे बाप की है तो रूल्स को बनाना मेरे हाथ में है ,देखना तुम तुम्हारी कैसा बैंड बजाता हुं मैं इसलिए चुपचाप मेरे पैर पर झुको और माफी मांगो ...

अक्षा ने भौंहें चढ़ाकर बोली - "हु......तुम जैसे बिगड़े हुए रहीईशो के पैर पर झुकूंगी ,,"माय फुट ,, जो कुछ है तेरे पास वो तेरे बाप का है तेरा क्या है जो तू इतना गर्मी दिखाते उच्चकता है .... हुं ..और ये बेचारे मेहनत के कमाई से फीस जमा करते अपने पैरों पर खड़े होकर पैसे कमाना कामयाबी के शिखर में जाना चाहते हैं और तुझे देख बाप के पैसों से ऐश कर रहा है और गीदड़ धमकी देता है मासूम स्टूडेंट्स को रैगिंग करके परेशान करते हो इन लोगों को एकेडमी छोड़ने पर मजबूर करते हो,, वो भी बाप के पैसों के बल पर ...और वो जमीन पर बैठे लड़के को उठाती है .." देखो तुम डरो नहीं ये लोग कुछ नहीं कर सकते यहां रैगिंग का कोई रूल्स नहीं है उठो और डटकर मुकाबला करो इन बेफालतू के लोगों से और वो लड़का खड़े होता है...फिर अक्षा के पीछे बहुत से क्लासिकल स्टूडेंट्स आकर खड़े हुए...

भीड़ देखकर प्रिंसिपल प्यून के साथ इधर ही आने लगा तो...

उदय ने कहा,"सक्षम चलो अभी यहां से इसी में भलाई है इन लोगों को बाद में देखते हैं...!!

मयंक ने कहा,"हां चलो अभी ..!!

साहिल ने कहा ,"और इस लड़के का जिसकी हम रैगिंग ले रहे थे ..!!

उदय ने पीछे कदम लेते हुए कहा ," इस लड़के को बाद में देखेंगे चलो अभी और वो चारों वहां से गया ..!!

इधर ...

रावत ग्रुप ऑफ कंपनीज में...



रणविजय अपने केबिन पर कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ कुछ खास बातचीत कर रहा था ...तभी उसको फोन आया ,फोन पर लाल जी थे , रणविजय ने फोन उठाया और बोला,"बोलो लाल जी ...??


लाल जी ने कहा ,"रण विक्रम बनारस आया है तुम्हारे उस जमीन के नाम से उसने पंडित के जमीन के बारे में खोजबीन कर रहा है कहीं ऐसा ना हो उसे तुम्हारी शादी के बारे में पता चल जाए ...

रणविजय अपने सीट से खड़े हुए और कुछ दूर जाकर खिड़की पर खड़े होकर बोला - "लाल जी ये शादी एक मजबूरी थी जमीन लेने के ऑप्शन था इसलिए विक्रम तक ये शादी की खबर नहीं आनी चाहिए ......!!


लाल जी - " रण मै पूरी कोशिश करूंगा शादी के बारे में किसी को पता ना चले वैसे भी अभी पंडित जी विदेश गया है चैरिटी शो के लिए ....!!

रणविजय ने बिना भाव के कहा," ठीक है ,लाल जी मुझे पता था मेरे पीठ पीछे मेरी इन्वेस्टीगेट होगा पर ये पता नहीं था विक्रम आगे आएगा इसलिए विक्रम को अंधेरे में तीर मारने देना जमीन का मिस्ट्री रखना ...!!

मिस्टर लाल जी - " हां उसकी तुम चिंता मत करो सब एक पहेली होगी विक्रम के लिए कुछ भी हाथ नहीं आएगी , हां तुम्हें संभलकर रहना होगा क्योंकि पंडित की पोती तुम्हारे घर पर हैं ...!!!!

रणविजय ने हल्का मुस्कुराते हुए कहा,"हां,ये भी है ,अक्षा मेरे साथ है लोगों को भनक लगी तो मिस्टर रावत तक बात चले जाएगी , और विक्रम हमेशा तैयार रहता है मुझे कटघरे में खड़े रखने के लिए ...

लाल जी ने कहा , " ज्यादा मत सोचना यहां मैं संभाल लूंगा ठीक है अब फोन रखता हुं..!!

रणविजय ने फोन कट किया और वापस अपने सीट पर आकर बैठा ...


कहानी जारी है...

जय श्री कृष्णना 🙏