Jiya lage na tere bina book and story is written by Dipu Goswami in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jiya lage na tere bina is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जिया लागे ना...तेरे बिना... - Novels
by Dipu Goswami
in
Hindi Love Stories
मम्मी देखो ना भाई मुजे कॉलेज ले जाने से मना कर रहे है ?.... आज मेरा पहला दिन है और में पहले दिन ही लेट हो जाउंगी ; विभु क्यु नही ले जा रहा किशु को , क्यों सता रहा है आज के दिन उसे , आज उसका कॉलेज में पहला दिन है उसे साथ मेंले जायेगा तो तेरा क्या बिगड़ जायेगा ...? मम्मी ने विभु को डॉट लगाते हुए कहा वैभव : मेने कब मना किया उसे साथ ले जाने को....?क्रीशा : अरे...क्यों जुठ बोल रहे हो भाई अभी थोड़ी देर पहले ही आपने मना
मम्मी देखो ना भाई मुजे कॉलेज ले जाने से मना कर रहे है ?.... आज मेरा पहला दिन है और में पहले दिन ही लेट हो जाउंगी ; विभु क्यु नही ...Read Moreजा रहा किशु को , क्यों सता रहा है आज के दिन उसे , आज उसका कॉलेज में पहला दिन है उसे साथ मेंले जायेगा तो तेरा क्या बिगड़ जायेगा ...? मम्मी ने विभु को डॉट लगाते हुए कहा वैभव : मेने कब मना किया उसे साथ ले जाने को....?क्रीशा : अरे...क्यों जुठ बोल रहे हो भाई अभी थोड़ी देर पहले ही आपने मना
रेहान वैभव और आरव से मिलता है फिर तीनो केन्टीन में जाते है , और छोटू को तीन कॉफी लेकर आने को कहते है रेहान : आरू तू कब आया वापस ? और हमे बताया भी ...Read More नही ? आरव : आज सुबह ही आया हु यार । बताने का टाइम ही नही मिला .. वैभव : यार आरोही और हैप्पी कहा है आज नही आने वाली क्या ? आरव : आरोही आयी होगी तो भी वो क्लास मे होगी और हैप्पी ...