हाय रे मुहब्बत - Novels
by Balak lakhani
in
Hindi Love Stories
काफी महीनों से मेरी कलम मुझसे रूठ गई थी या मे खुद लिखने को प्रेरित नहीं होता था, या फिर एसे किस्से मेरे कानो तलक पहुचे नहीं थे जो आप सबको पढ़ने के लिए दे सकू. * फिर प्यार ...Read Moreसकता है? तो कितना सही है और गलत? जिस ऑफिस मे अविनाश काम कर रहा था, उसी ऑफिस मे एक छोटी सी मासूम लड़की ने जॉइन किया एक क्लर्क की जगह पर, जिसे आने वाले लोगों को चाय पानी और साफ सफाई की जिम्मेदारी दी गई थी, नाम था प्रतिभा जेसा नाम वैसी ही दिखती थी, गोल मुख, आंखे बड़ी
काफी महीनों से मेरी कलम मुझसे रूठ गई थी या मे खुद लिखने को प्रेरित नहीं होता था, या फिर एसे किस्से मेरे कानो तलक पहुचे नहीं थे जो आप सबको पढ़ने के लिए दे सकू. * फिर प्यार ...Read Moreसकता है? तो कितना सही है और गलत? जिस ऑफिस मे अविनाश काम कर रहा था, उसी ऑफिस मे एक छोटी सी मासूम लड़की ने जॉइन किया एक क्लर्क की जगह पर, जिसे आने वाले लोगों को चाय पानी और साफ सफाई की जिम्मेदारी दी गई थी, नाम था प्रतिभा जेसा नाम वैसी ही दिखती थी, गोल मुख, आंखे बड़ी